published by saurabh
वाशिंगटन,(शिन्हुआ): अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा है कि अमेरिका समय रहते यूरोप से पहुंचे कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के खतरे को नहीं भांप सका जिसके कारण देश में स्थिति आज इतनी भयावह हो गयी है। श्री रेडफील्ड ने एबीसी न्यूज को मंगलवार को दिए साक्षात्कार में कहा,“ यूरोप से कोरोना वायरस का संक्रमण अमेरिका पहुंच रहा था और हमें इसका बिल्कुल भी एहसास नहीं था। जब तक हमें यूरोप से कोरोना वायरस के खतरे का एहसास हुआ और हमने यूरोप से यातायात को बंद किया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यूरोप से दो-तीन सप्ताह तक प्रतिदिन करीब 60 हजार लाेगों का आना जारी रहा।” सीडीसी के निदेशक ने कहा कि अमेरिकी सरकार ने दो फरवरी को ही चीन आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था जबकि यूरोप से आने वाली उड़ानों पर 13 मार्च तक भी प्रतिबंध नहीं लगाया गया था।
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तब तक न्यूयाॅर्क में कोरोना संक्रमण के 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी थी। सीडीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयाॅर्क में पाए गए सार्स-कोव-2 वायरस के नमूनों और यूरोप में मिले नमूनों में काफी समानता देखी गयी। गौरतलब है कि जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में कोरोना से अब तक 44,27,493 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,50,716 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है।
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