Published By Anant Bhushan
नैनीताल, केन्द्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की ओर से चलाये जा रहे जल संरक्षण मिशन में इजरायल, डेनमार्क और हंगरी सहयोग करेंगे।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जिला प्रशासन की ओर से कोसी नदी पुनर्जनन अभियान की ई वर्चुअल समिट में देश एवं विदेश के कई प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस समिट का उद्देश्य जल प्रबंधन के लिये सही दिशा, ज्ञान तथा तकनीक का आदान प्रदान करने के साथ ही हिमालय के प्राकृतिक पर्यावरण का स्थायित्व सुनिश्चित किया जाना तथा जल संवर्द्धन का बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर समिट के मुख्य अतिथि और राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि राज्य में जल उपलब्धतता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता रही है। कोसी नदी पुनर्जनन अभियान जल की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने की एक सार्थक पहल है। इस अभियान को आम जनमानस तथा संस्थाओं के माध्यम से आगे बढ़ाया जा सका है।
इस समिट में इजरायल, डेनमार्क तथा हंगरी के प्रतिनिधियों के रूप में राॅन मलका, फ्रेडी स्वान और पीटर कोवेक भी शामिल हुए। उन्होंने सम्मिट को संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि वे जल संरक्षण एवं नदी पुनर्जनन अभियान की सफलता के लिये भारत को तकनीकी एवं अन्य सहयोग प्रदान करेंगे। इन देशों ने जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य किये हैं और उसके परिणाम सार्थक रहे है।
समिट को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के यूपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जल संरक्षण हमारी महत्वपूर्ण योजना का अंग है। इस दिशा में अभी से ठोय कार्य करना होगा। छोटी छोटी नदियों को रिचार्ज कर जल संरक्षण की दिशा में योगदान दिया जा सकता है। उन्होंने उत्तराखंड के अल्मोड़ा में चलाये गये कोसी नदी पुनर्जनन अभियान की तारीफ भी की।