Published By Anant Bhushan
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कृषि सुधार बिल के संबंध में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के विरोध को निराधार बताया और कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही कानून के नाम पर देश के किसानों को बरगला रखा है। जारी एक बयान में, स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि आज तक कांग्रेस ने किसानों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया है और आज जब कृषि सुधार पर निर्णय लिए जा रहे हैं, तो किसानों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्षी दलों द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार चाहती है कि किसान अपनी जमीन पूंजीपतियों को बेच दे, जबकि किसानों को इन बिलों में पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने, किसानों की जमीन को बेचने या गिरवी रखने की पूरी तरह से मनाही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा कि आज तक कांग्रेस ने किसानों को सशक्त बनाने के लिए कुछ नहीं किया। 55 साल में एक बार कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने की योजना बनाई और उसमें एक बड़ा घोटाला भी किया। कांग्रेस का न तो इरादा था और न ही कृषि प्रणाली में कोई सुधार करने की इच्छाशक्ति थी। राज्य भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह विधेयक 7 वर्षों के लिए हमारे फीडरों के शोषण को समाप्त कर देगा और एक नई और सुलभ प्रणाली स्थापित करेगा। अतीत में, किसानों को अपनी फसलों का भुगतान करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। बिल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया है कि प्रत्येक व्यापारी को उसी दिन या अधिकतम तीन कार्यदिवसों में किसान की फसल का भुगतान करना होगा।
उन्होंने कहा कि यह विधेयक एक ऐसा विवाद निवारण तंत्र प्रदान करेगा जहां किसी भी विवाद और समस्या के उत्पन्न होने पर किसान तुरंत अपने स्थानीय एसडीएम के पास जा सकता है और अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकता है। यह बिल बकाया होने की स्थिति में किसानों की भूमि पर कोई कार्रवाई करने का अधिकार नहीं देता है।