नयी दिल्ली। भारत में डिजाइन किए गए, विकसित और विनिर्मित सभी उत्पादों को प्रभावित करने वाली वल्नरबिलिटीज के लिए सीईआरटी इन को सीवीई नंबरिंग अथॉरिटी (सीएनए) के रूप में अधिकृत किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) अपनी स्थापना से ही एक राष्ट्रीय सीईआरटी के रूप में अपनी भेद्यता समन्वय भूमिका के अनुसार सीईआरटी-इन को रिपोर्ट की गई भेद्यताओं (वल्नरबिलिटीज) के लिए जिम्मेदार भेद्यता दर्शाने और समन्वय करने का काम कर रही है।
‘मेक इन इंडिया’ के विश्वास को और मजबूत करने के साथ-साथ देश में जिम्मेदार भेद्यता अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए सीईआरटी-इन ने कॉमन वल्नरबिलिटीज एंड एक्सपोजर (सीवीई) कार्यक्रम में भागीदारी की है। इस बारे में, इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को सीवीई कार्यक्रम द्वारा भारत में डिजाइन किए गए, विकसित और विनिर्मित सभी उत्पादों को प्रभावित करने वाली भेद्यताओं के लिए एक सीवीई नंबरिंग अथॉरिटी (सीएनए) के रूप में अधिकृत किया गया है।
सीवीई एक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय-आधारित प्रयास है जो भेद्यताओं का पता लगाने के लिए समुदाय पर निर्भर करता है। भेद्यताओं का पता लगाकर उन्हें सीवीई सूची हेतु सौंपा जाता है और प्रकाशित किया जाता है। सूचना प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा पेशेवर सीवीई रिकॉर्ड्स का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए करते हैं कि वे उसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं और भेद्यताओं को प्राथमिकता देने और उन्हें दूर करने के अपने प्रयासों में तालमेल कर रहे हैं।सीवीई कार्यक्रम का मिशन सार्वजनिक रूप से प्रकट की गई साइबर सुरक्षा भेद्यताओं की पहचान करना, परिभाषित करना और उन्हें सूचीबद्ध करना है।
यह एक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय-आधारित प्रयास है जो भेद्यताओं का पता लगाने के लिए समुदाय पर निर्भर करता है। भेद्यताओं का पता लगाया जाता है और उन्हें सीवीई कार्यक्रम के साथ भागीदारी करने वाले दुनिया भर के संगठनों द्वारा सौंपा और प्रकाशित किया जाता है। भागीदार भेद्यताओं के तर्कसंगत विवरणों को सूचित करने के लिए सीवीई रिकॉर्ड्स में प्रकाशित किया जाता हैं। सीएनए भेद्यताओं के लिए सीवीई आईडी के नियमित कार्य के लिए जिम्मेदार है और संबंधित रिकॉर्ड में भेद्यता के बारे में जानकारी सौंपने और प्रकाशित करने के लिए भी उत्तरदायी है।