जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र की कमियों को दूर कर स्वास्थ्य शिक्षा बढाने के साथ लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर देते हुये कहा है कि 22 एम्स खोलने के साथ ही हर जिले में मेडिकल कालेज खोलने का प्रयास किया जायेगा।
श्री मोदी ने आज राजस्थान में हनुमानगढ, सिरोही, बांसवाडा एवं दौसा जिला मुख्यालयों पर 1300 करोड रूपए की लागत से बनने वाले चार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का र्वचुअल शिलान्यास किया। इस अवसर श्री मोदी ने कहा कि चिकित्सा की सुविधाओं में कमियों को दूर कर नये मेडिकल कालेज खोलने के साथ विशेषज्ञ चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए छह से बढ़ाकर 22 खोले गये है।
उन्होंने कहा कि 170 मेडिकल कालेज तैयार हो चुके है तथा 100 पर काम चल रहा हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्साकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर की 82 हजार सीटों से बढाकर एक लाख 40 हजार तक सीटे बढाई गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को डाक्टर बनने का मौका मिल सके।कोरोनाकाल की चर्चा करते हुये श्री मोदी ने कहा कि इस बीमारी में देश को आत्मनिर्भर बनाने का जो अवसर दिया उसमें हम पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए ही नेशनल मेडिकल कमिशन बनाया गया है तथा भारत डिजीटल मिशन सवास्थ्य सेवाओं को कौने कौने तक पहुंचाने में मरीजों का हैल्थ रिकार्ड के संधारण में मदद करेगा।
श्री मोदी ने कहा कि सबको मुक्त वेक्शिन कार्यक्रम के तहत देश में 88 करोड से अधिक डोज लगायी जा चुकी है तथा राजस्थान में भी पांच करोड से अधिक डोज लगायी जा चुकी है। श्री मोदी ने कहा कि मेडिकल और टेक्निकल शिक्षा को हिन्दी और क्षेत्रिय भाषाओं में शुरू किया जा रहा है ताकि अंग्रेजी नहीं पढ सकने वाले विद्यार्थियों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद को आयुष मंत्रालय में शामिल कर चिकित्सा क्षेत्र में बढोतरी करने का प्रयास किये जा रहे है। बाडमेर में रिफाइनरी परियोजना की चर्चा करते हुये श्री मोदी ने कहा कि इसमें 70 हजार करोड से ज्यादा का निवेश होगा तथा रोजगार के कई अवसर मिलेगे। उन्होंने कहा कि प्रदेेश में हर जिले में पाइप से घरेलू गैस उपलब्ध कराने पर काम चल रहा है तथा जल जीवन मिशन के तहत 21 लाख परिवारों को पाइप से पानी दिया जाने लगा है।