औरैया में बाल स्वास्थ्य पोषण माह व निमोनिया टीकाकरण अभियान का शुभारंभ

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published by saurabh

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औरैया, (ST News): उत्तर प्रदेश औरैया में कुपोषण से जूझ रहे बच्चों को पोषक आहार के साथ-साथ उचित उपचार व विभिन्न प्रकार के टीकों से वंचित बच्चों को स्वस्थ रखने के प्रयास लगातार किए जा रहे है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निमोनिया से बचाव के लिए टीकाकरण और विटामिन ए संपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में गुरुवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी गयी, इसके साथ ही बच्चों को पहली बार न्यूमोकाकल कॉन्जुएंट वैक्सीन का टीका लगाया गया। सीएमओ ने कहा कि बाल व शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के मकसद से स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विभागों की मदद से बाल स्वास्थ्य पोषण माह का आयोजन हो रहा है। साथ ही संक्रमण को नियंत्रित करने और मरीजों के ठीक होने की दर को बढ़ाने व मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इसमें काफी हद तक सफलता मिली है। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए नियमित टीकाकरण सबसे जरूरी है।

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उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण में टीबी, गला घोंटू, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, खसरा, रुबेला, हेपेटाइटिस बी, डायरिया, निमोनिया, जैसी बीमारियों से बचाया जा सकता है। नियमित टीकाकरण में बच्चों को बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, पेंटावेलेंट, रोटावायरस, एफ आईपीवी, मीजल्स रुबेला, जेई, पीसीवी, डीपीटी और टीडी की खुराक दी जाती है। विटामिन ए संपूर्ण कार्यक्रम से बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी। रतौंधी से बचाने के लिए यह कार्यक्रम जरूरी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ विक्रम स्वरुप ने कहा कि निमोनिया टीकाकरण में नये शिशु से एक वर्ष तक के बच्चों को न्यूमोकॉकल कॉन्जुएंट वैक्सीन (पीसीवी) लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लगभग 1.73 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जानी है। उन्होंने बताया कि विटामिन ए की कमी से बच्चों में रतौंधी, अंधापन, दस्त, निमोनिया होने का खतरा रहता है। दवा के कारण बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास होता है। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ लखन सिंह, यूएनडीपी संस्था के कोल्ड चैन प्रबंधक सतेंद्र, यूनिसेफ के जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा सहित एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।

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