कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट 

उत्तर प्रदेश हेल्थ

– यूपी में छह दिन में  50 हजार संक्रमितों की संख्या घटी 

सिंधु टाइम्स न्यूज़

लखनऊ।  प्रदेश में पिछले शुक्रवार से लागू कोरोना कर्फ्यू और टेस्टिंग में बढ़ोत्तरी से नये मामलों में आयी गिरावट जानलेवा दूसरी लहर से राहत की उम्मीद दिख रही है।
पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 26 हजार 780 नये मामलों की पुष्टि हुई है जबकि 28 हजार 902 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। राज्य में फिलहाल दो लाख 59 हजार 844 लोगों का उपचार किया जा रहा है। पिछली 30 अप्रैल को राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या तीन लाख दस हजार 783 थी जिसमें आज तक 50 हजार से अधिक की गिरावट आयी है।
राज्य में अब तक 11 लाख 51 हजार 571 मरीजों ने कोरोना से मुक्ति पायी है। पिछले 24 घंटे में दो लाख 25 हजार 670 टेस्ट किये गए जिसमें एक लाख 12 हजार आरटी पीसीआर माध्यम से हुए।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम-9 के साथ कोरोना की समीक्षा करते हुये कहा कि लोग बाग कोविड बिहेवियर को जीवनशैली में शामिल करें। शासन-प्रशासन के निर्देशों का मानें और चिकित्सकों के परामर्श से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करें।
उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य प्रदेश में सुचारू रूप से चल रहा है। अब तक 01 करोड़ 32 लाख 55 हजार 955 वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर किए जा चुके हैं। 18-44 आयु वर्ग के 68536 लोग अब तक वैक्सीनेट ही चुके हैं। अधिक संक्रमण दर वाले सात जिलों में 18-44 आयु वर्ग का टीकाकरण चल रहा है। इसे चरणबद्ध रूप से विस्तार दिया जाए। अगले सप्ताह से सभी नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर में 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण का कार्यक्रम संचालित किया जाए।

घर घर टेस्टिंग अभियान शुरू 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 97 हजार राजस्व गांवों में घर-घर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का महाभियान शुरू हो गया है। निगरानी समितियों की स्क्रीनिंग में लक्षणयुक्त पाए गए 69,474 लोगों का जब एंटीजन टेस्ट किया गया तो 3551 पॉजिटिव मिले। इन्हें, मेडिकल किट प्रदान कर, सतर्कता के उपाय बातकर होम आइसोलेट किया गया।
उन्होने कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हमें कांटेक्ट ट्रेसिंग को और प्रभावी बनाना होगा। सभी जिलों में कांटेक्ट ट्रेसिंग को बेहतर करने की कार्यवाही हो। उन्होने कहा कि कुछ जिलों में निजी अस्पतालों द्वारा तय दरों से अधिक शुल्क लेने, बेड खाली होने के बाद भी मरीजों को भर्ती करने से इनकार, ऑक्सीजन की उपलब्धता के बाद भी अनावश्यक अभाव बताकर भय का माहौल बनाने जैसी घटनाएं संज्ञान में आई हैं। आपदाकाल में यह न केवल निंदनीय है, बल्कि अपराध भी है। यह अक्षम्य है। गाजियाबाद और लखनऊ में स्थानीय प्रशासन ने ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई भी की है। ऐसे सभी प्रयासों पर सख्त नजर रखी जाए।
श्री योगी ने कहा कि होम आइसोलेशन और नॉन कोविड मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। इन्हें सिलिंडर की कमी कतई न हो। होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑन डिमांड ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए एक सिस्टम तैयार करें। होम आइसोलेशन के मरीजों को कतई समस्या न हो।
उन्होने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। पांच मई को 823 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण प्रदेश में किया गया। ऑक्सीजन एक्सप्रेस सतत गतिशील हैं। 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ट्रेन भी जामनगर से आने वाली है।

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