published by saurabh
इसे भी देंखें–https://www.youtube.com/watch?v=m0_Caa0LIhc&t=20s
बेंगलुरु,(वार्ता): भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व ड्रैग फ्लिकर वीआर रघुनाथ का कहना है कि टीम का डिफेंस क्रम विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों को चुनौती देने में सक्षम है। रघुनाथ 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक औऱ 2016 एफआईएच चैपियंस ट्राफी में रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। रघुनाथ ने कहा, “भारतीय हॉकी टीम का डिफेंस क्रम काफी अनुभवी है और वर्तमान डिफेंडरों के पास 50-80 मैच हैं। यह सब एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं और मुझे नहीं लगता कि इन्हें कोई परेशानी है। उस समय भी इन्हें परेशानी नहीं होती जब टीम को विश्व की शीर्ष टीमों के खिलाफ कठिन मुश्किल मैच परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।” टोक्यो ओलम्पिक के लिए लगभग एक साल शेष रहने पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि टीम को इस अवधि को एक साल की उलटी गिनती के रूप में लेना चाहिए और भूल जाना चाहिए कि पिछले छह से आठ महीनों में क्या हुआ है। यह समय नए सिरे से शुरुआत करने का है।” पूर्व ड्रैग फ्लिकर ने कहा, “छह सप्ताह का ब्रेक खिलाड़ियों के राष्ट्रीय शिविर में जाकर ताजा महसूस करने के लिए काफी है।
यह भी पढ़े- https://sindhutimes.in/vivo-will-not-sponsor-ipl-title-in-2020-bcci/
भारतीय टीम की फिटनेस शानदार है और इन लोगों को इसे अगले एक साल तक के लिए बरकरार रखना है। लेकिन इनके दृष्टिकोण में सही मानसिकता का होना और खिलाड़ियों का मानसिक रूप से सकारात्मक रहना बहुत महत्वपूर्ण है।” रघुनाथ ने कहा, “यह काफी मायने रखेगा कि खिलाड़ी किस तरह इस नए माहौल में ट्रेनिंग शुरु करने और मैच खेलने के दौरान मानसिकता से पार पाते हैं और दबाव झेलते है। ओलंपिक को देखते हुए अंतिम छह से आठ महीने काफी जल्दी गुजरेंगे और टीम को शारीरिक तथा मानसिक तौर पर तैयार रहने की जरुरत है।” उन्होंने कहा कि युवा ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत सिंह काफी परिपक्व खिलाड़ी हैं और उन्हें टीम के सीनियर खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह से अच्छा समर्थन मिल रहा है। इससे भारत पेनल्टी कार्नर के मौके निकाल सकता है। रघुनाथ ने कहा, “टीम में दो शीर्ष ड्रैग फ्लिकर का होना जो पूरे मैच खेलें यह भारत के लिए लाभदायक हो सकता है। हरमनप्रीत और रुपिंदर दोनों अच्छे खिलाड़ी हैं और दोनों का क्रियान्वयन और गुणवत्ता अलग है।” उन्होंने कहा, “ड्रेग फ्लिक में विभिन्न विकल्प और संयोजन हमेशा अच्छा होता है। भारत के पास वरुण कुमार और अमित रोहिदास जैसे अच्छे विकल्प हैं जो हरमनप्रीत और रुपिंदर के खराब दिन में टीम के काम आ सकते हैं।”
कृषि से संबन्धित समाचारों के लिए लागइन करें–http://ratnashikhatimes.com/