अमेरिका में वीजा संबंधी धोखाधड़ी के आरोप में चीनी शोधकर्ता गिरफ्तार

अंतर्राष्ट्रीय

Published by Imran 

वाशिंगटन ,28 जुलाई (वार्ता) अमेरिका के कैलिफोर्निया में वीजा संबंधी धोखाधड़ी करने के आरोप में चीन की एक शोधकर्ता को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका में प्रवेश के लिए वीजा आवेदन में इस शोधकर्ता पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ अपने संबंधों को छुपाने का आरोप है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि तांग जुआन नाम की इस शोधकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।
तांग चीन की चौथी नागरिक हैं जिन्हें हाल फिलहाल में वीजा संबंधी धोखाधड़ी का दोषी पाया गया है। इससे पहले भी तांग से पूछताछ की गयी थी लेकिन उसने सैन फ्रांसिस्को स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास में शरण ली हुई थी। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की विकिरण ऑन्कोलॉजी प्रयोगशाला में काम करने के लिए एक शोधकर्ता के रूप में 37 वर्षीय तांग ने अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन किया था। अधिकारियों ने बताया कि तांग विश्वविद्यालय के विकिरण ऑन्कोलॉजी विभाग में आगंतुक शोधकर्ता थीं। चीन की स्कॉलरशिप परिषद की ओर से तांग की फंडिंग की जाती थी।
इससे पहले तीन अन्य चीनी नागरिकों को भी वीजा संबंधी धोखाधड़ी करने का दोषी पाया गया था। इन सभी ने पीएलए के साथ अपने संबंधों को छुपाया था।
इससे पहले वांग शिन नामक एक व्यक्ति को सात जून को गिरफ्तार किया गया था। वांग सैन फ्रांसिस्को के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में शोधकर्ता था। अमेरिका के सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ बातचीत में वांग ने स्वीकार किया था कि चीन की सेना के साथ संबंधों को लेकर उसने झूठे बयान दिए थे।
इसके अलावा स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक अन्य शोधकर्ता सोंग चेन तथा झाओ काइकाई पर भी पीएलए के साथ अपने संबंधों को छुपाने का आरोप था। अधिकारियों के मुताबिक संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने अमेरिका के 25 शहरों में ऐसे कई लोगों की पहचान की है जिन्होंने पीएलए के साथ अपने संबंधों के बारे में जानकारी छिपाई है।

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