शिकायत मिलने पर कोविड अस्पताल प्रभारी को सीएमओ ने हटाया
सिंधु टाइम्स न्यूज़
अमेठी। अमेठी में धरती के भगवान की एक घिनौनी करतूत सामने आई है। उन्होंने कोरोना जैसी आपदा को अवसर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है। कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए रेडमेसिविर इंजेक्शन का पांच हजार रुपये ले रहे थे। जिसका वीडियो वायरल हो गया है। इस पर सीएमओ ने कार्रवाई करते हुए अधीक्षक पद से हटा दिया है। कोविड अस्पताल एल-टू संयुक्त जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एके अजीजी के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके स्थान पर डॉ. आरपी गिरि को प्रभार सौंपा गया था।
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अस्पताल में भर्ती कोरोना के गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए रेडमेसिविर इंजेक्शन लगाने के लिए पांच पांच हजार रुपये तीमारदारों से ले रहे थे। समय पर सही उपचार न होने से कई मरीज दम तोड़ चुके हैं। रविवार को प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरपी गिरि द्वारा रेडमेसिविर का इंजेक्शन देने के बदले पांच हजार रुपये लेते व गिनते हुए वीडियो वायरल हो गया है। इस पर सीएमओ ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए डॉ. आरपी गिरि को पद से हटा दिया है। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रामप्यारे व डॉ. नवीन कुमार मिश्रा को जांच सौंपा है। सूत्रों का कहना है कि संयुक्त जिला अस्पताल के कोविड़ एल-टू में ऑक्सीजन सिलेंडर मरीजों को न देकर एंबुलेंस चालकों को बेचा जा रहा था। जिसमें अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार तिलोई स्थिति दो सौ बेड़ के कोविड अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों को भरा ऑक्सीजन सिलेंडर बनाकर खाली सिलेंडर दिया जा रहा है। जो महज पंद्रह मिनट में खाली हो जाता है। दोबारा मांगने पर उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते मरीजों की जान अस्पताल में भी सुरक्षित नहीं है। वहीं भर्ती मरीजों की ठीक से देखभाल भी नहीं किया जा रहा है।