published by saurabh
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नयी दिल्ली (वार्ता): केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 वैक्सीन विकसित करने की प्रक्रिया के तहत देश में करीब 2,150 लोगों पर मानव परीक्षण हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने आज प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि देश में दो वैक्सीन उम्मीदवार हैं। इनमें से एक उम्मीदवार देशभर में आठ साइट पर करीब 1,150 लोगों पर पहले तथा दूसरे चरण का मानव परीक्षण कर रहा है। दूसरा उम्मीदवार पांच साइट पर 1,000 लोगों पर पहले और दूसरे चरण का परीक्षण कर रहा है। भारत में बायोटेक क्षेत्र की कंपनी भारत बायोटेक और दवा कंपनी जाइडस कैडिला स्वदेश निर्मित कोरोना वैक्सीन विकसित करने में जुटी हैं। दोनों कंपनियां पहले और दूसरे चरण का मानव परीक्षण कर रही हैं। जब ये परीक्षण सफल होंगे तो तीसरे और अंतिम चरण का मानव परीक्षण वृहद स्तर पर होगा।
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उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य की अगर बात करें तो अभी तक मात्र तीन परियोजनायें ऐसी हैं, जहां तीसरे चरण का मानव परीक्षण हो रहा है। इनमें ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका की मॉडर्ना फार्मास्युटिकल्स तथा चीन की कंपनी सिनोवैक बायोटेक शामिल है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में वैक्सीन विकसित करने वाले अभी 141 कैंडिडेट हैं, जो शोधकार्य या जानवरों पर परीक्षण करने की प्रक्रिया में हैं। पूरी दुनिया में 24 ऐसे वैक्सीन कैंडिडेट हैं, जो मानव परीक्षण कर रहे हैं। श्री भूषण ने कहा कि भारत चाहे खुद वैक्सीन विकसित करे या कोई अन्य देश इसे विकसित करे लेकिन भारत की भूमिका अहम होगी। भारत वैक्सीन के विनिर्माण में बड़ी भूमिका निभाता रहा है और इस बार भी उसकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
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