published by saurabh
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नयी दिल्ली,(वार्ता): भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कोरोना महामारी से प्रभावित घरेलू सत्र को छोटा करने और देश की शीर्ष प्रतियोगिता रणजी को दिसम्बर से शुरू करने पर विचार कर रहा है लेकिन घरेलू क्रिकेट के लीजेंड बल्लेबाज वसीम जाफर का कहना है कि अक्टूबर में सीजन की शुरुआत रणजी ट्रॉफी से होनी चाहिए। 42 साल की उम्र में इस साल मार्च में खेल से संन्यास लेने वाले जाफर ने घरेलू क्रिकेट के लिए कहा, “मुझे लगता है कि अक्टूबर में सीजन की शुरुआत रणजी ट्रॉफी से होनी चाहिए। इसके बाद आदर्श तरीके से देखें तो ईरानी ट्रॉफी आयोजित होनी चाहिए और उसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे टी-20 टूर्नामेंट को रखा जा सकता है क्योंकि यह आईपीएल नीलामी होने का समय होता है।” घरेलू क्रिकेट में 260 मैचों में 19410 रन बनाने वाले जाफर ने स्पोर्ट्सटाइगर के शो ‘ऑफ द फील्ड’ में कहा कि कई फ्रैंचाइज़ी के लोग टूर्नामेंट देख सकते हैं और नई प्रतिभाओं की स्काउटिंग कर सकते हैं। अंत में, सीजन की समाप्ति विजय हजारे ट्रॉफी के साथ होनी चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा, “ईमानदारी से कहें तो अन्य देशों की तुलना में हमारे घरेलू खेल का ढांचा खराब नहीं है। बस हमें थोड़ी-सी निरंतरता की आवश्यकता है क्योंकि हम हर साल ढांचे को बदलते रहते हैं।”
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जाफर ने यह भी कहा, “मुझे लगता है कि हम दिलीप ट्रॉफी ना भी खेलें तो कोई नुकसान नहीं है और दिलीप ट्रॉफी नहीं खेलने से जो हमें डेढ़ महीने का समय मिलेगा, उसका उपयोग हम खिलाड़ियों को थोड़ा और ब्रेक देने के लिए कर सकते हैं।” अपने कॅरियर का अधिकांश हिस्सा मुंबई के लिए देने वाले जाफर ने अपने कॅरियर के अगला हिस्सा विदर्भ में बिताया और उसे रणजी चैंपियन भी बनाया। बीसीसीआई कोरोना के बीच अपनी अस्थायी योजना के अनुसार 2020-21 के अपने घरेलू सत्र में कटौती करने पर विचार कर रहा है और घरेलू सत्र में टी-20 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी का ही आयोजन होगा। 2019-20 के घरेलू सत्र में पुरुष और महिला के सभी आयु वर्गों में कुल 2036 मैच खेले गए थे लेकिन इस बार मैचों की संख्या 1183 हो सकती है।
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