published by saurabh
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नयी दिल्ली,(वार्ता): भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने खुलासा किया है कि 2011-12 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम इंडिया की 0-4 की पराजय के बाद उन्होंने धोनी की कप्तानी को छिनने से बचाया था। श्रीनिवासन ने पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद यह खुलासा करते हुए कहा, “भारत के 2011 में विश्वकप जीत के बावजूद टीम इंडिया की इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे में 0-4 से पराजय के बाद धोनी के ऊपर टीम के खराब प्रदर्शन की गाज गिरने वाली थी। राष्ट्रीय चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया में होने वाली त्रिकोणीय सीरीज के लिए धोनी को एकदिवसीय कप्तानी से हटाना चाहते थे। चयनकर्ताओं ने यह भी नहीं सोचा था कि धोनी ने 28 साल बाद अप्रैल 2011 में भारत को विश्व चैंपियन बनाया था और वे धोनी की जगह किसे कप्तान बनाना चाहते हैं।” ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली करारी हार के बाद चयनकर्ताओं का मिजाज बदला था और उस दौरान वे ऑस्ट्रेलिया में होने वाली त्रिकोणीय सीरीज के लिए धोनी की जगह किसी और को कप्तान बनाने के बारे में सोच रहे थे। चयन समिति के इस फैसले को रोकने के लिए श्रीनिवासन गोल्फ कोर्स से सीधा चयन समिति की बैठक में पहुंच गए थे। श्रीनिवासन उस चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के मालिक थे जिसके धोनी कप्तान हैं।
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श्रीनिवासन ने ही कप्तानी के बदलाव को रोका। यह भी माना जाता है कि इसी वजह से मोहिंदर अमरनाथ को चयनकर्ता पद से हटाया गया जो धोनी को कप्तानी से हटाना चाहते थे। उस समय यह माना जाता था कि अमरनाथ चयन समिति में कृष्णामाचारी श्रीकांत की जगह चयनकर्ता प्रमुख बन सकते थे लेकिन इस मामले के कारण उन्हें चयनकर्ता पद ही गंवाना पड़ गया। अमरनाथ के पूर्व टीम साथी संदीप पाटिल को चयनकर्ता प्रमुख बनाया गया था। श्रीनिवासन ने बताया कि वह गोल्फ कोर्स से सीधा चयन समिति की बैठक में गए। उन्होंने कहा, “वास्तव में, उस दिन मेरी छुट्टी थी। मैं गोल्फ खेल रहा था। मैं वापस आया, उस समय के बीसीसीआई के सचिव संजय जगदाले ने मुझे बताया कि वे (चयनकर्ता) धोनी को कप्तान चुनने से इनकार कर रहे हैं। मैंने तुरंत कहा कि वह धोनी को टीम में शामिल करेंगे। मैंने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में अपने सभी अधिकारों का इस्तेमाल किया।” उल्लेखनीय है कि लोढा कमेटी की सिफारिशें लागू होने से पहले, चयन समीति को टीम चयन के लिए बोर्ड अध्यक्ष की मंजूरी की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब मौजूदा नियमों के मुताबिक, मुख्य चयनकर्ता को टीम के चयन मामलों पर अंतिम निर्णय लेने का अधिकार प्राप्त हो गया है। श्रीनिवासन ने धोनी के आईपीएल खेलने पर कहा, “धोनी जब तक चाहें चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेल सकते हैं। वर्तमान में, सीएसके को आईपीएल जीतने दें। धोनी की अगुवाई वाली सीएसके की सफलता का एक कारण यह है कि उनका ध्यान मैच पर रहता है और वह उससे इतर कुछ भी नहीं सोचते हैं। हम अब उसी नीति का पालन करेंगे।”
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