सितंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.17 लाख करोड़ के पार

व्यापार

नयी दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के साथ ही जीएसटी राजस्व संग्रह में फिर से तेजी आने लगी है। इस वर्ष सितंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.17 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है जो पिछले वित्त वर्ष के समान महीने की तुलना में 23 फीसदी अधिक है। काेरोना की दूसरी लहर की वजह से लगाये गये कठोर लॉकडाउन के कारण इस वर्ष जून में जीएसटी राजस्व संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से कम रहा था।
इससे पहले लगातार नौ महीनों तक यह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। अब फिर जुलाई, अगस्त और सितंबर में यह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में औसत जीएसटी राजस्व संग्रह 1.15 लाख करोड़ रुपये रहा है जबकि पहली तिमाही में यह 1.10 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस वर्ष अगस्त में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 117010 करोड़ रुपये रहा है।
इसमें सीजीएसटी 20578 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 26767 करोड़ रुपये , आईजीएसटी 60911 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर 8754 करोड़ रुपये रहा है। आईजीएसटी में आयात पर जीएसटी 29555 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर में आयात पर जीएसटी 623 करोड़ रुपये शामिल है।
सरकार ने सीजीएसटी में 28812 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 24140 करोड़ रुपये दिया है। इसके अतिरिक्त सरकार ने केन्द्र और राज्य को 50:50 प्रतिशत राशि देने के उद्देश्य से आईजीएसटी से 24 हजार करोड़ रुपये दिये हैं। इस तरह से सितंबर में सीजीएसटी 49390 करोड़ रुपये और एसजीएसटी 50907 करोड़ रुपये रहा है।