लखनऊ! तमाम अनुमानों और आंकलन को धता बताते हुए उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर 45 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लग गई। आज तीन बजे देहरादून स्थित भाजपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के दौरान सभी ने उनके नाम पर सहमति जताई। इस बैठक के दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, डी पुरंदेश्वरी और उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम व रेखा वर्मा भी मौजूद रहीं। बताया जा रहा है कि धामी आज शाम करीब 6 बजे पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
उत्तराखंड में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘मेरी पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता को चुना है। हम एक साथ मिलकर लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे। हम लोगों के लिए काम करने की चुनौती को स्वीकार करते हैं।’ पुष्कर सिंह धामी पिथौरागढ़ जिले के एक छोटे से गांव में पैदा हुए और उनके पिता एक पूर्व सैनिक हैं।
खटीमा विधानसभा से हैं विधायक
गौरतलब है कि शुरुआती दौर में पुष्कर सिंह धामी का नाम कहीं भी चर्चा में नहीं था। लेकिन अचानक से उन्होंने मुख्यमंत्री पद की रेस में सभी को पछाड़ दिया। पुष्कर सिंह धामी उधमसिंह जिले के खटीमा से विधायक हैं। वह यहां से लगातार दूसरी बार विधायक पद का चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। पुष्कर 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में पैदा हुए। उनके पिता सेना में रह चुके हैं। पुष्कर सिंह धामी तीन बहनों के बीच अकेले भाई हैं। पढ़ाई—लिखाई की बात करें तो पुष्कर सिंह धामी ने मानव संसाधन प्रबंधन के साथ—साथ औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है।
सबको पीछे छोड़ा
गौरतलब है कि प्रदेश में उपचुनाव की अनिश्चितताओं के बीच तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद से ही उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल तेज थी। इसके बाद पार्टी ने कई नामों पर चर्चा की। इन नामों में चौबातखाल से विधायक और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, श्रीनगर से विधायक धनसिंह रावत, पुष्कार सिंह धामी और रितू खंडूरी के साथ-साथ दोईवाला से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दावेदारी भी थी। लेकिन आखिर में विधायकों ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई