हज यात्रियों को अव्यवस्था के लिए भारत सरकार और हज कमेटी जिम्मेदार

अंतर्राष्ट्रीय

लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्वमंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी उत्तर प्रदेश सहित देश भर की राज्य हज कमेटियों और निजी टूर ऑपरेटर की मार्फत हज करने गए लोगों की दुश्वारियां कम होने के बजाय बहुत बढ़ गई हैं। यह निहायत चिंता और अफसोस की बात है कि मक्का और मदीना में सारी दुश्वारियां अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार और हज कमेटी आफ इंडिया की सोची समझी साजिश का नतीजा है। इसके पीछे बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है। हम देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी से मांग करते हैं कि वह इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाएं।

शनिवार को अपने कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अनीस मंसूरी ने कहा कि इस वर्ष देश से 1 लाख 39 हजार 964 यात्री और 35 हजार 5 यात्री (निजी टूर ऑपरेटर) हज करने गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा करीब 85 फीसद पसमांदा मुस्लिम समाज के लोग हैं। इन लोगों ने थोड़े-थोड़े पैसे जमा कर के किसी तरह से हज खर्च के पैसे जुटाए। लेकिन इन लोगों को हज आवेदन फॉर्म भरने से लेकर मदीना मुनव्वरा और मक्का मुकर्रमा पहुंचने तक तमाम मूलभूत परेशानियों का सामना करना पड़ा।

श्री मंसूरी ने कहा कि मक्का मुकर्रमा में हज यात्रियों को जिन भवनों में ठहराया गया वह अत्यंत ही घटिया हैं। वहां स्वच्छ शौचालय और स्नानागार तक नहीं है। गंदगी का आलम यह है कि कोई सफाई कर्मचारी तक नहीं आता है। पिछले दिनों मक्का मुकर्रमा में दिल दहला देने वाला लिफ्ट हादसा हुआ। बिहार के दो हाजियों ने नीचे जाने के लिए जैसे ही लिफ्ट का बटन दबाया तो दरवाजा खुल गया लेकिन लिफ्ट नहीं आई थी। इससे दोनों यात्री नीचे जा गिरे और गिरने से दोनों की मौत हो गई। जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त घंटों तक वहां काउंसुलेट जनरल ऑफ इंडिया और हज कमेटी आफ इंडिया का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। दोनों यात्रियों को तत्काल मेडिकल सुविधा न मिलने की वजह से मौत हो गई।

अनीस मंसूरी ने कहा कि इन दोनों यात्रियों की मौत की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार और हज कमेटी आफ इंडिया के अधिकारियों की है जिन्होंने हज यात्रियों से मोटी रकम लेकर घटिया और सस्ते मकान किराए पर लिए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों मृतकों के पारिवारिक जनों को बीमा के अलावा सऊदी हुकूमत और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय व हज कमेटी ऑफ इंडिया एक एक करोड रुपए मुआवजा दे।

अनीस मंसूरी ने कहा कि मशायरे मुकद्दसा ( जहां पर हज किया जाता है) में निजी टूर ऑपरेटरों को शिविर आवंटित करने में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और हज कमेटी ऑफ इंडिया ने मिलकर बड़ा भ्रष्टाचार किया है। निजी टूर ऑपरेटरों से निर्धारित शुल्क से प्रति यात्री 200 रियाल ज्यादा लिए गए और उनको करीब 4 किलो मीटर दूर B ज़ोन के बजाय ज़ोन नंबर 5 में शिविर दिए गए। इससे वृद्धि हज यात्रियों को ही नहीं बल्कि नौजवान लोगों को भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर के टूर ऑपरेटर और यात्रियों के बीच रोज तकरार हो रही है।

अनीस मंसूरी ने कहा कि इस मामले की भी जांच होनी चाहिए।पत्रकार वार्ता में श्री मंसूरी ने कहा कि बृहस्पतिवार से हज के अरकान शुरू हो गए हैं। पहले चरण में यात्रियों को मक्का से मिना ले जाया गया। अफसोस की बात यह है कि भारत के सैकड़ों हज यात्रियों को वहां ठहरने के लिए शिविर ही नहीं दिए गए। वो सभी महिला और पुरुष यात्री प्रचंड धूप में खुले आसमान के नीचे बैठने को मजबूर हैं और वहां अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और हज कमेटी आफ इंडिया का कोई अधिकारी उनकी परेशानी दूर करने नहीं गया। थक हार कर यह यात्री अपनी वीडियो बनाकर यहां हम लोगों तक भेज रहे हैं।

अनीस मंसूरी ने कहा कि पिछले साल के हाजियों की परेशानियों को देखते हुए सऊदी हुकूमत ने हाजियों को हरजाने के रूप में 30 मिलियन रियाल (लगभग 67 करोड़ रुपए) बांटने को दिए थे। लेकिन किसी भी हाजी को वो रकम नहीं बांटी गई। वह पैसा कहां गया इस मामले की भी जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

अनीस मंसूरी ने कहा कि इस वर्ष उत्तर प्रदेश से 18 हजार 60 यात्री हज करने गए हैं इसमें मात्र 141 लोग शिया समुदाय के हैं। देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से मात्र पांच लोग हज करने गए। ये स्थिति तब है जब उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रज़ा शिया समुदाय से आते हैं और वही उत्तर प्रदेश की तरफ से हज कमेटी आफ इंडिया के सदस्य भी हैं। मोहसिन रजा के इस कार्यकाल में भी उत्तर प्रदेश के कोटे के लगभग 17000 सीटें वापस करनी पड़ी। जबकि पिछली सरकारों में हज सीटों को लेकर के मारामारी रहती थी। उस समय का रिकॉर्ड देखें तो समाजवादी पार्टी की सरकार में 65000 से ज्यादा लोग हज आवेदन करते थे और 35000 से ज्यादा लोग हज करने जाते थे। हम प्रधानमंत्री जी से मांग करते हैं कि मोहसिन रजा को तत्काल हज कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाएं और सुन्नी समुदायके किसी ईमानदार और कर्मठ व्यक्ति को उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी का अध्यक्ष बनाएं।

अनीस मंसूरी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भारत से हज करने गए लोगों की समस्याओं के वीडियो वायरल हो रहें हैं लेकिन हरी झंडी दिखाकर हज यात्रियों को रवाना करने वाले मौलाना हजरात चुप्पी साधे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये मौलाना 22 जून से शुरूहो रहीं हाजियों की वापसी पर कहीं एयरपोर्ट पर दिखे तो पसमांदा मुस्लिम समाज वही उनका विरोध करेगा।

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