हर गरीब को मिले बहुमंजिला इमारत में घर: शिवराज

मध्यप्रदेश

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘मुख्यमंत्री भू अधिकार योजना’ के तहत हर गरीब को शहरों में जहां भूमि उपलब्ध नहीं होगी वहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाकर रहने की व्यवस्था की जायेगी। श्री चौहान पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर यहां लालघाटी स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर जल्द ही मुख्यमंत्री भू अधिकार (पट्टा) योजना प्रारंभ करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हर गरीब को रहने के लिए जमीन का अधिकार है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए यह योजना क्रियान्वित होगी।
योजना के अंतर्गत जिन लोगों के पास रहने के लिए जगह नहीं है, उन्हें रहने के लिए भू-खंड उपलब्ध कराया जाएगा। शहरों में जहां भूमि उपलब्ध नहीं होगी वहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाकर रहने की व्यवस्था की जाएगी।
श्री चौहान ने कहा कि माफिया से मुक्त कराई गई भूमि पर भी गरीबों के लिए आवास बनाए जाएंगे। यह दरिद्र नारायण की सेवा है।
हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए मार्ग पर चलकर जनता के कल्याण के काम निरंतर करते रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को नमन कर कहा कि पंडित जी अपने नाम दीनदयाल के अनुरूप दीनों के प्रति विशेष संवेदनशील थे।
उन्होंने अपनी संस्कृति, संस्कारों, परंपराओं, जीवन मूल्यों के आधार पर देश निर्माण का विचार दिया। उनका एकात्म मानववाद का दर्शन मूलभूत एकता के भाव पर आधारित है। हमें सब के लिए काम करना है। जो गरीब है, सबसे पीछे और सबसे नीचे है वह दरिद्र ही अपना भगवान है। उसकी सेवा ही भगवान की सेवा है।
श्री चौहान ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की इस भावना और विचार को क्रियान्वित करने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नि-शुल्क टीका लगवाने, सबको शिक्षा, सबके इलाज की व्यवस्था, अन्न वितरण जैसी गरीब कल्याण की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना, संबल योजना, बच्चों की नि-शुल्क पढ़ाई, बेटा-बेटी के जन्म के पहले और बाद में गरीब बहनों के लिए पैसे की व्यवस्था, कन्यादान, लाडली लक्ष्मी जैसी अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही हैं।