भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 27 सितंबर को चलने वाले वैक्सीनेशन महाअभियान को जनता का अभियान बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीवन का डोज़ नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है। हमें सभी प्रदेशवासियों के जीवन को सुरक्षित करना है। श्री चौहान वैक्सीनेशन महाअभियान के संबंध में जिला, विकासखंड, पंचायत और वार्ड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों को निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। संवाद में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग उपस्थित थे।
सभी मंत्री और सांसद कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री के संबोधन के पूर्व कोविड-19 वैक्सीनेशन पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सामाजिक संगठन, राजनैतिक दल, स्वयंसेवी संस्थाएँ और हम स्वयं अपनी व्यक्तिगत पहल से इस महाअभियान के अवसर पर वैक्सीनेशन का प्रथम डोज़ शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को लगवाने के लक्ष्य को पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि 27 सितम्बर हम सबके लिए संकल्प का दिन है। हमें प्रदेश के सभी पात्र व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीनेशन का फर्स्ट डोज़ लगाकर मध्यप्रदेश को सुरक्षित बना देना है। श्री चौहान ने भारत मां की जय के घोष के साथ सभी लोगों को महाअभियान में योगदान देने का संकल्प दिलाया।
उन्होंने कहा है कि वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले, शासकीय कर्मचारियों, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, जन-प्रतिनिधियों ने हर संभव प्रयास किया है। बरसात के मौसम में भी नदी-नाले पार कर वैक्सीनेशन का लक्ष्य अर्जित किया गया।श्री चौहान ने ऐसे सभी भाई-बहनों का आभार व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि वैक्सीन का पहला डोज लगाने में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है। यह चमत्कार जन-भागीदारी से किए गए प्रयासों से हुआ है। उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए वातावरण निर्माण में सहयोग के लिए मीडिया का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना ने प्रदेश में भीषणतम परिस्थितियाँ निर्मित की थी।
सबके परस्पर सहयोग और संघर्ष की भावना के कारण हम उन स्थितियों से बाहर आ पाए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है। इंदौर में महू में एक साथ 30 कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं। परिणामस्वरूप प्रदेश का कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 36 पर पहुंच गया है। इसका अर्थ यह है कि हमें कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने इंदौर जिला प्रशासन को संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतने के निर्देश दिए। श्री चौहान ने कहा कि मास्क लगाने और कोरोना प्रोटोकॉल से संबंधित आवश्यक सावधानियों का पालन निरंतर करते रहने के लिए लोगों को प्रेरित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का वैश्विक स्तर पर यह मत है कि कोरोना से सर्वाधिक सुरक्षा वैक्सीनेशन से ही संभव है। देश में वैक्सीनेशन के लिए विशेष गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। प्रदेश में भी वैक्सीनेशन का पहला डोज लगभग 84 प्रतिशत आबादी को लग चुका है।
यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। इसके परिणामस्वरूप ही हम प्रदेशवासियों में संक्रमण की स्थिति को रोकने में सफल हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि 27 सितंबर को होने वाले वैक्सीनेशन महाअभियान में शेष रही आबादी का प्रथम डोज़ का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करना है। समाज के सभी वर्ग, धर्मगुरु, समाजसेवी, वकील, प्रोफेसर, व्यापारी, समाजसेवी संस्थाएं, कर्मचारी, अधिकारी सभी यह प्रयास करें कि वैक्सीनेशन के लिये प्रदेश के शेष बचे लोगों में से जो भी व्यक्ति प्रदेश में उपलब्ध हैं, उन सबको वैक्सीन का प्रथम डोज़ अवश्य लगे।