सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने देश की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो में 5.7 बिलियन डॉलर यानि करीब 43,574 करोड़ रुपये में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया है। फेसबुक के इस निवेश ने रिलायंस जियो को 65.95 बिलियन डॉलर यानि 4.62 लाख करोड़ रुपये के वेल्युएशन केलिहाज से देश की 5वीं बड़ी कंपनी बना दिया है।
रिलायंस जियो और फेसबुक ने इस समझौते का बुधवार को एलान किया। इस समझौते के तहत देश के 60 करोड़ छोटे मझोले कारोबार, 12 करोड़ किसान, 3 करोड़ छोटे व्यापारी और असंगठित क्षेत्र के कारोबारियों के लिए डिजिटल सॉल्यूशन देना है ।
इस डील से क्या बदल जायेगा…
5वीं बड़ी कंपनी रिलायंस जियो
फेसबुक के इस निवेश ने रिलायंस जियो को मार्केट वैल्युएशन के लिहाज से देश की 5वीं बड़ी कंपनी बना दिया है। रिलायंस जियो बगैर शेयर बाजार के लिस्टिंग के बगैर ही करीब 5 लाख करोड़ रुपये की कंपनी बन गयी है। इस डील के बाद रिलायंस जियो का मार्केट वैल्युएशन 65.95 बिलियन डॉलर यानि 4.62 लाख करोड़ रुपये का हो गया।
कर्ज के बोझ को कम करेगा रिलायंस
इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एलान किया था 2021 तक रिलायंस समूह पर एक पैसे का भी कर्ज का बोझ नहीं रहेगा।
क्यों फ़ेसबुक ने खरीदी जियो में हिस्सेदारी?
आपको बता दें फेसबुक ने किसी कंपनी के 9.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए अबतक का सबसे बड़ा निवेश किया है। साथ ही भारत की किसी भी टेक्नोलॉजीकंपनी कंपनी में भी अबतक का सबसे बड़ा निवेश है। अब सवाल उठता है रिलायंस जियो और फेसबुक ने ये करार क्यों किया?
चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाजार है। कोरोना के चलते जब देश मे लॉकडाउन तो सबसे ज्यादा चांदी टेलीकॉम और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स की है।
फेसबुक के लिए, भारत बहुत ज्यादा मायने रखता है। फेसबुक के किसी और देश के मुकाबले भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स हैं। फेसबुक की वॉट्सअप चैट सर्विस जल्द ही देश में पेमेंट सर्विस शुरू करने जा रही है। वॉट्सअप के भारत में करीब 40 करोड़ यूजर्स हैं।
2022 तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 90 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।