भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह की उपस्थिति में 1500 मेगावॉट क्षमता की सौर परियोजना आगर, शाजापुर, नीमच स्थापना के लिये चयनित विकासकों के साथ ऊर्जा का अनुबंध का आदान-प्रदान कल शाजापुर के आईटीआई ग्राउण्ड में किया जाएगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार चयनित विकासकों को लेटर ऑफ अवार्ड का वितरण किया जा चुका है। उनके साथ इस कार्यक्रम में ऊर्जा क्रय अनुबंध (पीपीए) होगा। साथ ही कुसुम-अ योजना के चयनित किसानों/विकासकों के साथ भी क्रय अनुबंध होंगे।
सौर ऊर्जा का देश का सबसे बड़ा और सबसे पहला 135 मेगावॉट का पावर प्लांट नीमच जिले में ही स्थापित किया गया था, जिसका लोकार्पण गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। रीवा जिले में स्थापित 750 मेगावॉट की सौर परियोजना भी देश की बड़ी परियोजनाओं में से एक है। इससे उत्पादित विद्युत का 24 प्रतिशत दिल्ली की मेट्रो को दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया (सेकी) की संयुक्त कम्पनी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड द्वारा प्रदेश में आगर 550 मेगावॉट, शाजापुर 450 मेगावॉट और नीमच 500 मेगावॉट की सौर परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं। आगर सोलर पार्क की 2 यूनिट के लिये 12 जुलाई, 2021 को हुए रिवर्स ऑक्शन में पहली यूनिट के लिये रुपए 2.459 की दर से अवाडा पावर और दूसरी यूनिट के लिये रु. 2.444 बीम पावर एनर्जी से न्यूनतम दरें प्राप्त हुई हैं।
परियोजना लगभग 1100 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित की जायेगी। शाजापुर जिले में 105 मेगावॉट, 220 मेगावॉट और 125 मेगावॉट की 3 यूनिट लगभग 900 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित की जायेंगी। गत 28 जून को हुई बिड में तीनों यूनिट के लिये क्रमश: यूनिट-1 के लिये एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी प्रा.लि. दिल्ली द्वारा 2 रुपये 35 पैसे, दूसरी यूनिट के लिये एनटीपीसी द्वारा ही 2 रुपये 33 पैसे और तीसरी यूनिट के लिये मेसर्स तलेटटुताई सोलर प्रोजेक्ट्स प्रा.लि. द्वारा 2 रुपये 33 पैसे प्रति यूनिट के मान से न्यूनतम दरें प्राप्त हुईं। नीमच में 160 मेगावॉट की पहली यूनिट के लिये टीपी सौर्या लिमिटेड मुम्बई द्वारा 2 रुपये 149 पैसे, 170 मेगावॉट की दूसरी यूनिट के लिये भी टीपी सौर्या लिमिटेड द्वारा 2 रुपये 14 पैसे प्रति यूनिट तथा तीसरी 170 मेगावॉट की यूनिट के लिये जोमेह एनर्जी एण्ड वाटर कम्पनी दुबई द्वारा 2 रुपये 15 पैसे प्रति यूनिट के मान से देश की सबसे न्यूनतम दरें प्राप्त हुईं। सभी बिडिंग में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों ने भाग लिया।