जातिगत जनगणना काे लेकर केंद्र का नीतीश पर राजनीतिक दबाव

बिहार

पटना। जाति आधारित जनगणना के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के ताजा रुख के बाद बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर विपक्ष की ओर से राजनीतिक दबाव बनाए जाने लगा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर केंद्र सरकार के ताजा रुख को लेकर ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के साथ बहुत बड़ा छल कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार जनगणना फ़ॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश की कुल आबादी के 60 फ़ीसदी से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों और मंत्रियों पर धिक्कार है। इनका बहिष्कार हो।
श्री यादव ने ट्वीट कर आगे कहा, “जनगणना में सांप-बिच्छू, तोता-मैना, हाथी-घोड़ा, कुत्ता-बिल्ली, सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएंगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह! भाजपा/आरएसएस को पिछड़ों से इतनी नफ़रत क्यों।” उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा। सबकी असलियत सामने आएगी।