अजमेर। राजस्थान के अजमेर में मोहम्मद साहब के जन्म दिन जश्न-ए-ईदमिलादुन्नबी परंपरागत एवं धार्मिक आस्था के साथ चांद दिखाई देने पर 19 अक्टूबर को मनाया जाएगा। अजमेर का मुस्लिम समुदाय बारावफात पर अजमेर शहर में जुलूस निकालने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अनुरोध करेगा।
अंजुमन सैयद जादगान के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह तथा अंजुमन यादगार शेखजादगान के सचिव एहतेशाम चिश्ती एवं अंदरकोटियान के अध्यक्ष मंसूर खान ने बारावफात का जुलूस निकालने वाली सूफी इंटरनेशनल सोसायटी द्वारा की जा रही मांग और मुख्यमंत्री से जुलूस की अनुमति के लिए धार्मिक आयोजन से रोक हटाए जाने की मांग का समर्थन किया है।
ईद-ए-मिलादुन्नबी हजरत मोहम्मद पैगंबर साहब के जन्मदिन के रूप में यहां परंपरागत तरीके से आयोजित होता है और दरगाह स्थित ढाई दिन के झोपड़े से विशाल जुलूस हर साल निकाला जाता है जिसका एक छोर दौलतबाग क्षेत्र पहुंचता है तो दूसरा छोर दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट पर रहता है।
भीड़ का आलम देखते ही बनता है जो जुलूस के बाद भी शाम तक बरकरार रहती है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राज्य में कोरोना गाइडलाइन नियमों में अनेकों गतिविधियों पर अनुमति के बावजूद धार्मिक जुलूसों पर रोक है। पुष्कर मेले पर भी व्यापक मांग के बावजूद अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।