एस.वी. सिंह उजागर
– डा.यूपी सिंह और डा. श्रीवास्तव के रिटायरमेंट के बाद से खाली पड़े थे निदेशक के पद
– विभाग को परमानेंट निदेशक मिलने से विकास कार्यों में आयेगी गति
लखनऊ। पशुपालन विभाग में ठप्प पड़े कार्यों को नये साल में गति मिलने लग जायेगी। मंगलवार को विभाग में नये निदेशकों ने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। डा. राजीव गुप्ता को निदेशक एडमिनिस्ट्रेशन और डिवलपमेंट व डा. संतोष मलिक को निदेशक डिजीज कन्ट्रोल एण्ड फार्म के पद पर तैनाती मिल गयी है।
बताते चलें कि, डा. श्रीवास्तव और डा. यूपी सिंह के रिटायरमेंट के बाद से पशुपालन मुख्यालय में निदेशक के दोनों पद खाली चल रहे थे जिसकी वजह से तमाम तरह की योजनाएं रूकी पड़ी थी। निदेशक पद पर तैनाती दिये जाने को लेकर शासन स्तर उक्त नामों के अलावा दो और नाम भेजे गये थे जिनमें वाराणसी से ए.के. गहलोत, लखनऊ से डा.आर.पी.सिंह का नाम शामिल है लेकिन मंगलवार को डा. गुप्ता और डा. मलिक की तैनाती के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
ऐसा रहा डॉ राजीव गुप्ता का कॅरियर
1985 बैच के डा. राजीव गुप्ता ने मथुरा के यूपी कालेज ऑफ वेटनरी साइंस एण्ड टक्नोलाजी से बीबीएससी तथा 1983 में माइक्रो बाइलाॅजी से एम.वी.एस.सी. किया। 1985 में राजकीय सेवा ज्वाइन करने के बाद वर्ष 2008 में बिजनौर में मुख्यपशु चिकित्साधिकारी के पद तैनाती मिली थी।
डा. गुप्ता निदेशक बनने से पूर्व 2016 से विंध्याचल मण्डल मिर्जापुर में अपर निदेशक ग्रेड-2 के पद पर कार्यभार देख रहे थे। वहीं डा. संतोष मलिक आगरा मण्डल में अपर निदेशक ग्रेड-2 की जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहे थे। एडी गोधन डा. ए.के.सिंह ने बताया कि दोनों निदेशकों के आ जाने से विभागीय कार्यों को गति मिल जायेगी। डा. राजीव गुप्ता और डा. संतोष मलिक काफी अनुभवी अधिकारी हैं इनके अनुभव से जहां एक ओर विभाग को शासन स्तर पर नयी-नयी योजनाएं हासिल होंगी वहीं पशु चिकित्सा के क्षेत्र में नयी क्रांति आयेगी।
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