Published by Mohit
लखनऊ (ब्यूरो ) । उत्तर प्रदेश हिंदी,उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी अपने 28 वें अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन के उद्घाटन के पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक को ‘साहित्य शिरोमणि’ पुरस्कार से सम्मनित करेगी ।
समारोह के विशिष्ट अतिथि, हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार समीर अनजान श्री नाईक को पुरस्कार देंगे । यह सम्मान उनकी संस्मरणात्मक मराठी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ के लिए जिसका अनुवाद 10 भाषाओं में हुआ है,और अतिरिक्त दृष्टीहीन दिव्यांगो के लिए ब्रेल लिपि में हिंदी, मराठी और अंग्रेजी ऐसी तीन भाषाओं में भी हुआ है के लिये दिया जा रहा है ।
आगामी आठ से 12 अक्टूबर तक पांच दिन होनेवाले सम्मेलन का प्रारंभ आठ अक्टूबर को मुंबई में श्री नाईक को सम्मान के साथ होगा । नौ अक्टूबर से आगे के चार दिनों के सभी कार्यक्रम लखनऊ में होंगे। सम्मलेन रघुपति सहाय फिराक 28वां अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन’ नाम से होगा। समिति के महासचिव एड. अतहर नबी ने आज यहां कहा कि सम्मेलन की अध्यक्षता हमदर्द विश्वविद्यालय दिल्ली के कुलपति एहतिशाम हसनैन करेंगे । भजन गायक अनुप जलोटा को भी सम्मेलन में 12 अक्टूबर को ‘बेगम अख्तर पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा।
‘सांस्कृतिक संध्या’ में अनुप जलोटा और मिथिलेश लखनवी ‘फिराक गोरखपुरी की गजलें और नज्म पेश करेंगे
चार दिन में फिराक गोरखपुरी के ‘साहित्य और व्यक्तित्त्व’ पर चर्चा होगी। चर्चा में देश के हिंदी और उर्दू साहित्यकार भी अपने विचार रखेंगे। सम्मलेन में पद्मभूषण से सम्मानित प्रोफेसर गोपीचंद नारंग नौ अक्टूबर को फ़िराक गोरखपुरी पर अपना व्याख्यान देंगे ।