Published By Anant Bhushan
नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवार में किस्सा कहानी सुनाने की परंपरा को जारी रखने का लोगों से आग्रह करते हुए कहा है कि देश जल्द ही आजादी की 75वीं सालगिरह मानाने जा रहा है इसलिए गुलामी के दौर की कहानियों को भी प्रचारित और प्रसारित किया जाना चाहिए।
श्री मोदी ने रविवार को रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि कहानियां और किस्से कहने की हमारी समृद्ध परंपरा रही है और देश के कई लोग आज भी इस परंपरा को आगे बढाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने इस काम से जुड़े लोगों से गुलामी के दौर के किस्से और कहानियां भी कहने और उन्हें प्रचारित तथा प्रसारित करने का आग्रह किया है ताकि आज की पीढ़ी को उस दौर के संकट से रूबरू किया जा सके।
उन्होंने कहा “मैं, कथा सुनाने वाले सबसे आग्रह करूंगा कि हम आज़ादी के 75 वर्ष मनाने जा रहें हैं, क्या हम हमारी कथाओं में पूरे गुलामी के कालखंड की जितनी प्रेरक घटनाएं हैं उनको कथाओं में प्रचारित कर सकते हैं। विशेषकर 1857 से 1947 तक हर छोटी-मोटी घटना से अब हमारी नयी पीढ़ी को कथाओं के द्वारा परिचित करा सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आप लोग ज़रूर इस काम को करेंगे। कहानी कहने की ये कला देश में और अधिक मजबूत बनें और अधिक प्रचारित हो और सहज बने इसलिए आओ हम सब प्रयास करें।”
श्री मोदी ने देश के लोगों से हर सप्ताह परिवार के लिए कुछ कहानियां कहने का आग्रह किया और कहा कि परिवार के हर सदस्य को हर सप्ताह एक विषय कहानी कहने के लिए कहें।