नई दिल्ली; दुनियाभर में बॉलीवुड को अगल पहचान दिलाने वाले संगीतकार ए.आर रहमान बुधवार को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। ए.आर रहमान ने अपने म्यूज़िक के दम पर बॉलीवुड और दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया है।उन्होंने भारतीय सिनेमा में संगीत को नए आयामों तक पहुंचाया है। ए.आर रहमान अपने करियर में चार राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड, दो एकेडमी अवॉर्ड, दो ग्रैमी अवॉर्ड, एक बाफ्टा अवॉर्ड और गोल्ड़न ग्लोब अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। वैसे क्या आप एक बात जानते हैं पूरी दुनिया में ए.आर रहमान के नाम से पहचान बनाने वाले, एआर रहमान का असली नाम दिलीप कुमार है। ए.आर रहमान ने धर्मांतरण कर अपना नाम बदल है, जो कई मौके पर उनके लिए एक चर्चा का विषय भी रहा है।
खबर के मुताबिक, पिता आर.के शेखर की मौत के बाद ए.आर रहमान का एक बड़ा प्रोजेक्ट ‘रोजा’ रिलीज़ हुआ, जिसके रिलीज होने के कुछ वक्त बाद ही सिंगर ने परिवार सहित इस्लाम धर्म अपना लिया। उनके दोस्त त्रिलोक नायर ने कृष्णा त्रिलोक को उनकी बुक नोट्स ऑफ ए ड्रीम में बताया था कि ए.आर रहमान की मां करीमा बेगम ने अंतिम वक्त तक फिल्म के क्रेडिट में उनका नाम बदलने के लिए बोला था’।
इंटरव्यू में बताया कि वो ‘अपनी धार्मिक मान्यताओं को दूसरों पर थोपने में विश्वास नहीं रखते, ये एक व्यक्तिगत पसंद है।’ वहीं उन्होंने अपने धर्म परिवर्तन के बारे में बात करते हुए बताया कि, ‘बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि अगर वो इस्लाम कुबूल कर लें तो क्या वो सफल हो जाएंगे? मैं इन सवालों के जवाब में चुप रहना पसंद करता हूं।
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ये सब आपके ऊपर होता है कि कब आपको क्या क्लिक कर जाए। आध्यात्मिक शिक्षकों और सूफी शिक्षकों ने मुझे और मेरी मां को बहुत सी चीजें सिखाई हैं जो बहुत खास हैं। हर विश्वास में कुछ खास बात होती है, और इसी के चलते हमने इस्लाम को चुना है। उन्होंने आगे कहा कि, ‘प्रार्थाना बेहद फायदेमंद रही, इसने मुझे कई घटनाओं से बचाया है। मुझे लगता है सभी धर्मों के लोग प्रार्थना करते हैं और इससे काफी शांति मिलती है’।