published by saurabh
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लखनऊ (ST News): उत्तर प्रदेश में बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं तथा सीतापुर,बस्ती ,बाराबंकी और बहराइच के सैंकड़ों गांव पानी से घिर गये हैं । केन्द्रीय जल आयोग की सूचना के अनुसार सरयू नदी अयोध्या तथा एल्गिन ब्रिज और राप्ती नदी बलरामपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है । एटा से मिली जानकारी के अनुसार कासगंज नरौरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पटियली तहसील के नगला,अजीत,नगला खेड़ा,खिजयी,नगला मोहाल इलाकों में सड़कों और खेतों में पानी भर गया है । राहत और बचाव के लिये जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है । बहराइच जिले की तीन तहसील महसी,नानपारा और मिहींपुरवा बाढ़ और कटान से प्रभावित है ।महसी में बाढ़ से दर्जनों गांव जलमग्न हैं तो मिहींपुरवा में सरयू और घाघरा की विनाशलीला जारी है ।
नानपारा के नौ गांवों में सरयू और घाघरा ने भारी तबाही मचाई और 52 घर तथा तीन सौ बीघा खेती की जमीन को अपने आगोश में ले लिया । रूहेलखंड और खीरी में नदियां ऊफान पर हैं । पहाड़ों पर लगातार बरसात और गंगा में पानी छोड़े जाने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गये हैं । बलिया में घाघरा नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है । सीतापुर में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने निकले सेउता के विधायक ज्ञान तिवारी सोमवार को शारदा नदी के भंवर में फंस गये । बीच धारा में स्टीमर बंद हो जाने से उन्हें बड़ी मुश्किल से निकाला गया । बस्ती में भी सरयू की बाढ़ से हालात बेकाबू हो रहे हैं । पचास से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं जबकि बीस गांवों में पानी भरा है । जिले में 16 हजार से अधिक की आबादी पर बाढ़ का संकट है । लोग बंधे पर शरण लिये हुये हैं ।विक्रमजोत बंधे पर दवाब बना हुआ है ।
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