लेज़, स्मा‍इल फाउंडेशन का ‘आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क’

टॉप -न्यूज़ न्यूज़ व्यापार

published by saurabh

इसे भी देंखें https://www.youtube.com/watch?v=ta5scYWKE4o&t=263s

नयी दिल्लीे (वार्ता): देश के तमाम गुमनाम नायकों के लिए स्माइल फाउंडेशन ने लेज़ के साथ मिलकर चलाए जा रहे अपने ‘हार्टवर्क’ अभियान के तहत ‘आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क’ शीर्षक से एक विशेष प्रदर्शनी शुरू की है जिसमें बॉलीवुड के कई मशहूर कलाकारों तथा जानी मानी हस्तियों ने भी सहयोग किया है। इस पहल के जरिए, देश के दिग्गज कलाकारों और जानी-मानी हस्तियों को देश के उन तमाम गुमनाम नायकों जैसे किसानों, ट्रक ड्राइवरों, दुकानदारों तथा अन्यी के लिए हाइजिन किट खरीदने के मकसद से धनराशि जुटाने के लिए एकजुट किया गया है। ये गुमनाम नायक कोरोना वायरस (कोविड-19) के इस चुनौतीपूर्ण दौर में भी बिना थके और बिना रुके लगातार काम करते रहे हैं। इस पहल के जरिए, कलाकार बिरादरी जिसमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स (निफा) के छात्र भी शामिल हैं, इन गुमनाम नायकों के लिए, जो कि पूरे देश के लिए खुशियों की सौगात लाने वाले साबित हुए हैं, योगदान के वास्ते एकजुट हुए हैं। सभी कलाकृतियों को देश के अग्रणी क्यूरेटेड प्लेटफार्म आर्टएंडफाउंड पर प्रदर्शित किया जाएगा और प्रदर्शनी के जरिए होने वाली बिक्री से प्राप्त राशि गुमनाम नायकों की मदद के लिए स्माइल फाउंडेशन को दी जाएगी। इस पहल के जरिए 100 स्थानीय कलाकारों को एकजुट किया जा रहा है जिनमें पेंटर, फोटोग्राफर तथा डिजिटल आर्टिस्टि और करीब 10 जानी मानी हस्तियां शामिल हैं जिन्होंंने ‘आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क’ के लिए अपनी मूल कलाकृतियां दान की हैं। इनमें पापा डोन्टा प्रीच की शुभिका के अलावा सबीना, अनिरुद्ध मेहता, हरि एंड दीप्ति, शिवा नल्लापेरूमल आदि शामिल हैं। इस पहल को बॉलीवुड की जिन हस्तियों ने समर्थन दिया है उनमें सोनू सूद, अरशद वारसी, चित्रांगदा सिंह, करण टैकर, मानुषि छिल्ल और इशिता दत्ता शामिल हैं जिन्होंने इस अभियान के जरिए धनराशि जुटाने के लिए स्कैच, कैनवस पर एक्रिलिक, पेपर पर चारकोल वर्क और डूडल्सो आदि दान स्वरूप दिए हैं। इस पहल के बारे में अपने विचार साझा करते हुए लोकप्रिय अभिनेता सोनू सूद ने कहा,“स्माइल फाउंडेशन तथा लेज़ का द आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क कैम्पेन वाकई भारत के अनजान, अनाम नायकों के प्रति आभार ज्ञापन है। मुझे इससे जुड़ने और इन अथक प्रयासों के लिए एक्रिलिक पेंटिंग दान करने की खुशी है। अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में कला ने मुझे हमेशा से प्रेरित किया है और यह शब्दोंल से कहीं अधिक संप्रेषित करने की ताकत रखती है। मुझे आशा है कि हम सभी मिलकर इन गुमनाम नायकों को वह सब दे सकते हैं, जिस पर उनका हक है।” अभियान से जुड़ने पर, पापा डोन्टम प्रीच की शुभिका का कहना है,“जब कला और हृदय मिलते हैं, तो ये ऐसा शानदार मेल साबित होते हैं जो ऊर्जा का बड़ा स्रोत बनकर एक नरम-नाजुक तितली की तरह का प्रभाव पैदा करता है। संगीत जिस तरह से दुनिया को बचा सकता है, मेरा मानना है कि कला का भी यही असर होता है। इस खास पहल के लिए मैंने एक बैग की शक्ल में एक वॉल आर्ट बनायी है जिसमें 3डी सजावट और ज़री के काम की कलाकारी है। मुझे यकीन है कि यह कलाकृति हार्टवर्क का जश्न मनाएगी और सही मायने में हमारे गुनाम नायकों के प्रति सच्चाि समर्पण होगी क्योंकि हम सभी के पास किसी अन्य के जीवन में बदलाव लाने की ताकत होती है और हम इन्हीं कलाकारी और बड़े दिल के साथ ऐसा कर सकते हैं।” इस पहल के बारे में स्मागइल फाउंउेशन के को-फाउंडर एवं एग्ज़ीक्युाटिव ट्रस्टी शांतनु मिश्रा ने कहा,“हम स्मामइल फाउंडेशन के साथ पेप्सिको की दीर्घकालिक भागीदारी की सराहना करते हैं और अब हमने मिलकर आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क कैम्पेेन शुरू किया है। धनराशि एकत्र करने की इस अद्भुत पहल के जरिए, हम कलाकारों, हस्तियों और छात्रों को आगे आकर दानराशि जुटाने में मदद करने का मौका दे रहे हैं ताकि देश के स्वास्थ्य लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।

यह भी पढ़ें- https://sindhutimes.in/ishan-does-not-want-to-go-ahead-with-shahids-fame/

आर्टएंडफाउंड पर कलाकृतियों को प्रदर्शित कर, हम उपभोक्ताशओं को कला को खरीदने का मौका देने के साथ-साथ उन्हें एक बड़े आंदोलन से जोड़ रहे हैं और उनके आर्थिक योगदान से देश के अलग-अलग भागों में लोगों के लिए हाइजिन किट खरीदी जाएंगी। यह कैम्पेरन, ‘नागरिकों द्वारा साकार बदलाव’ के हमारे दर्शन पर आधारित है जिसके चलते, चुनौतीपूर्ण समय में सभी एकजुट होकर अपना-अपना सहयोग देते हैं।” इस बारे में अपने विचार व्याक्त करते हुए आर्टएंडफाउंड के फाउंडर सीईओ आदित्य मेहता ने कहा,“ ‘आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क’ ऐसी पहल है जो आभार जताने के मकसद से सामने आयी है, यह हमें याद दिलाती है कि हमें उन लोगों की मेहनत और योगदान को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए जो परदे के पीछे रहकर चुपचाप अपना काम जारी रखते हैं। आर्टएंडफाउंड की टीम ‘आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क’ को साकार करने के लिए स्माइल तथा लेज़ की टीमों की आभारी है जिन्होंने न सिर्फ इस राह में पेश आने वाली सभी मुसीबतों को दूर किया बल्कि कलाकारों के साथ मिलकर उन्हें अपनी कलाकृतियों को समाज के अनजान, अनाम नायकों के वास्तेब हाइजिन किट के लिए धनराशि इकट्ठी करने को प्रेरित किया है, यह वास्तव में, अच्छेन कार्यों का एक संपूर्ण चक्र है। इस परियोजना ने न सिर्फ कलाकारों को कुछ सार्थक रचने के लिए प्रेरित किया है बल्कि उन्हें एक ऐसे प्रयास से भी जोड़ा है जिसे लंबे समय के लिए याद रखा जाएगा।” इस भागीदारी के बारे में पेप्सिको इंडिया,फूड्स के सीनियर डायरेक्टर एंड कैटेगरी हैड डिलेन गांधी ने कहा,“आर्ट अभिव्यक्ति के सबसे सशक्त माध्यमों में से है और यह लोगों को कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करती है। आर्टवर्क फॉर हार्टवर्क पहल के जरिए, हम दृश्यत माध्यहमों की जागरूकता पैदा करने की क्षमता का इस्तेमाल करते हुए अनेक अनाम नायकों के अथक प्रयासों का आभार जता रहे हैं। हमने संगीत के साथ हॉर्टवर्क सफर शुरू किया था और अब हम रचनात्मथक दृश्यआ कला की मदद से इस खूबसूरत अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। हम समुदायों की मदद के उद्देश्यत से, इस हृदयस्पकर्शी अभियान के लिए स्मााइल फाउंडेशन तथा आर्टएंडफाउंड साथ भागीदारी करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं।” लेज़ का हार्टवर्क उन सभी गुमनाम नायकों के अथक श्रम के प्रति आभार व्य्क्त करता है जो तमाम कठिनाइयों के बावजूद देशभर में लाखों लोगों के लिए खुशियों का कारण जुटाते हैं। ऐसे समय में जबकि उपभोक्तां भी अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे, उस वक़्त अपने नियमित काम को अंजाम देना हार्टवर्क नहीं तो और क्या था। इस अभियान के लिए, ब्रैंड ने स्मा इल फाउंडेशन के साथ भागीदारी कर 40,000 से अधिक परिवारों के लिए हाइजिन किटों का वितरण करने का फैसला किया है। साथ ही, इन गुमनाम नायकों के प्रयासों की सराहना के लिए ‘ये हार्टवर्क कहलाता है’ गीत के जरिए उनके प्रति आभार जताने के लिए दिग्गज गायकों को भी साथ लिया है। लेज़ ने देशभर के 40 से अधिक अग्रणी ब्रैंड्स के साथ गठबंधन किया है और इन नायकों को लॉकडाउन की अवधि में उनके कार्य के प्रति शुक्रिया कहा है तथा स्पेशल वर्चुअल ब्रांडेड लेज़ के हार्टवर्क पैक भी शेयर किए हैं।

कृषि से संबन्धित समाचारों के लिए लागइन करें–http://ratnashikhatimes.com/