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सोनीपत हरियाणा के प्रगतिशील किसान और पद्मश्री से सम्मनित कंवल सिंह चौहान को नये कृषि कानूनों का समर्थन करना भारी पड़ रहा है। उनको देश-विदेश से लगातार धमकी भरी काल आ रहीं हैं। कृषि कानूनों का समर्थन करने पर उनको गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी मिल रही हैं। कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से काल करके उनको किसानों का गद्दार कहने के साथ ही अपशब्द भी कहे जा रहे हैं। उनके साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात कर अपना समर्थन देने वाले अन्य 10 प्रगतिशील किसानों को भी इसी तरह धमकियां मिल रही हैं। अनहोनी की आशंका के चलते उन्होंने पुलिस में शिकायत कर दी है। पुलिस ने उनके फोन की निगरानी शुरू कर दी है।
कृषि कानूनों का विरोध करते हुए किसान 19 दिन से कुंडली बार्डर पर धरना दे रहे हैं। किसानों की ओर से नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की जा रही है। वहीं बहुत से किसान ऐसे हैं, जो कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के प्रगतिशील किसान पद्मश्री कंवल सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों का 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मिला था। उन्होंने कृषि कानूनों को किसानों के हित में बताते हुए उनका समर्थन किया था। उन्होंने कानूनों में रद्द नहीं करते हुए इसमें कुछ सुधार पर जोर दिया था। प्रदेश के ये प्रगतिशीनल किसान धरना-प्रदर्शन के समर्थन में नहीं हैं।अब इन किसानों के मोबाइल पर एक सप्ताह से लगातार धमकियां मिल रही हैं। फोन करने वाले देश के अलावा कनाडा, अमेरिका व आस्ट्रेलिया के भी एनआरआइ शामिल हैं। वे कंवल सिंह चौहान सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कृषि सुधार कानूनों के साथ ही मोादी सरकार की नीतियों और गुजरात माडल का विरोध कर रहे हैं। वे कंवल सिंह चौहान को को किसानों का गद्दार और देशद्रोही आदि कहने के साथ ही कृषि सुधार कानूनों का पुरजोर विरोध करने की चेतावनी दे रहे हैं। विरोध न करने पर उन सहित प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी किसानों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी जा रही है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने किसानों के मोबाइल नंबरों की निगरानी शुरू कर दी है।