published by saurabh
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प्रयागराज,(ST News): तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान क्रमश: 45 और 43 सेंटीमीटर का उफान रिकार्ड किया गया है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर 12 बजे फाफामऊ में शुक्रवार को 78.54 सेंटीमीटर, छतनाग में 75.38 और नैनी में यमुना 75.87 मीटर दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को फाफामऊ में 78.50, छतनाग में 74.93 नैनी यमुना में 75.44 मीटर दर्ज किया गया था। दोनों नदियों के आंकड़ों के अनुसार फाफामऊ में गंगा चार सेंटीमीटर, छतनाग में 45 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना 43 सेंटीमीटर उफान के साथ बह रहीं हैं। कछारी क्षेत्रों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा हैं। गंगा और यमुना के क्षेत्र में हो रही बारिश से कछारी इलाकों में हालात खराब हो सकते हैं। उत्तरखंड में लगातार दो दिन वर्षा का पानी अगले सप्ताह तक प्रयागराज पहुंच जएगा। उधर मध्य प्रदेश का पानी भी केन , बेतवा और अन्य नदियो से होता हुआ यमुना में पहुंचेगा तब दोनो नदियों का जलस्तर एक साथ और बढ़ने से कछाारी क्षेत्र के लिए समस्या उत्पन्न करेगा।
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सिंचाई विभाग (बाढ़ प्रखंड) अभियंता वृजेश कुमार ने बताया कि पीदे से लगातार पानी के आने से गंगा और यमुना के पानी में बढ़ाव दर्ज किया जा रहा है। पिछले करीब एक सप्ताह पहले कानुपर से 1.50 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जसका असर अभी गंगा के जलसतर में दिखलाई पड़ रहा है1 वर्तमान में करीब 90 हजार क्यूसेक पानी है। उन्होने बताया कि नरौरा और भीमगौड़ा बंधों में जितना पानी रखा जाता है उतना रोकने के बाद सभी पानी को गंगा में डिस्चार्ज कर दिया जाता है जिससे भी जलस्तर में वृद्धी होती रहती है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में खतरे का निशान 84.73 मीटर है। अभी दोनो नदियों का जलस्तर खतरे के बिन्दु से काफी नीचे बह रहा है।
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