published by saurabh
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नयी दिल्ली(वार्ता): देश में कृषि के विकास के लिए कृषि विभाग ने पांच नॉलेज पार्टनर्स (केपी) को उत्कृष्ट केन्द्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) के रूप में चुना है। कृषि मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (एमएएनएजीई) हैदराबाद,राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (एनआईएएम) जयपुर,भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) पूसा, नई दिल्ली,कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय धारवाड़, कर्नाटक और असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट को उत्कृष्ट केन्द्र के रुप में चुना गया है । देश भर में 24 रफ्तार एग्रीबिजनेस इंक्यूबेटर्स (आर-एबीआई) भी नियुक्त किए गए हैं। इस योजना के तहत एग्रीप्रेन्योरशिप ओरिएंटेशन- के माध्यम से दो माह की अवधि के लिए 10,000 रुपये प्रति माह वजीफे दिये जायेंगे । वित्तीय, तकनीकी, आईपी मुद्दों आदि पर मेंटरशिप प्रदान की जायेगी। आर-एबीआई इनक्यूबेट्स की सीड स्टेज फंडिंग के तहत 25 लाख रुपये तक की फंडिंग (85 प्रतिशत अनुदान और 15 प्रतिशत अंशदान इंक्यूबेट से)प्रदान किया जायेगा । एग्रीप्रेन्योर्स की आइडिया/ प्री-सीड स्टेज फंडिंग के तहत पांच लाख रुपए तक की फंडिंग (90 प्रतिशत अनुदान और 10 प्रतिशत योगदान इन्क्यूबेट से) प्रदान किया जायेगा । किसानों की आय में बढ़ोत्तरी करने और युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए, स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत एक घटक के रूप में, नवाचार और कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसको वित्तीय सहायता प्रदान करके और ऊष्मायन पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करके, नवाचार और कृषि उद्यमीता को बढ़ावा दिया जा सके।
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ये स्टार्ट-अप्स विभिन्न श्रेणियों जैसे कृषि प्रसंस्करण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल कृषि, कृषि यंत्रीकरण, वेस्ट टू वेल्थ, डेयरी, मत्स्य पालन आदि में हैं। देश भर में 24 आरकेवीवाई-रफ्तार एग्रीबिजनेस इंक्यूबेटर्स (आर-एबीआई) भी नियुक्त किए गए हैं। कुछ स्टार्ट-अप्स जिन्हें इन्क्यूबेट किया जा रहा है: एक्टिक्स एनीमल हैल्थ टेक्नोलॉजीज वेटरनरी डॉक्टरों का एक नेटवर्क है, जो ग्राहकों यानि पशु मालिकों को रियल टाइम टेली कंसल्टेशन और डोरस्टेप विजिट के माध्यम से तत्काल संपर्क प्रदान करता है। एसएनएल इनोवेशन्स – इनोफार्म्स खेत से ग्राहक तक, एक वर्ष तक के भंडार और उपयोग करने की पूर्ण क्षमता के साथ, फलों और सब्जियों को लुगदी में परिवर्तित करने के लिए इन-हाउस विकसित मोनोब्लॉक फल प्रसंस्करण मंच (ऑन-व्हील्स) का उपयोग करके, सीधे खेतों में संसाधित फलों और सब्जियों की लुगदी प्रदान करता है। ईएफ पॉलिमर द्वारा किसानों के लिए पानी की कमी के संकट का समाधान करने के उद्देश्य से एक पर्यावरण अनुकूल जल प्रतिधारण बहुलक विकसित किया गया है। इस स्टार्ट-अप ने मिट्टी में पानी को अवशोषित करने, इसे लंबे समय तक बनाए रखने और आवश्यकतानुसार फसलों को आपूर्ति करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक सुपर शोषक बहुलक बनाया है। जिन स्टार्ट-अप्स का चयन किया गया है उनमें से कई स्टार्ट-अप्स ऐसे हैं जिनका नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं ।
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