कोलकाता; आखिरकार तमाम सियासी अटकलों पर दिमाग विराम लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। बंगाल के मेदिनीपुर में केंद्रीय गृह मंत्री वह भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह की उपस्थिति में उन्होंने भगवा झंडा थामा। शाह पार्टी में उनका स्वागत किया। अधिकारी के अलावा 11 विधायकों व एक तृणमूल सांसद और एक पूर्व मंत्री ने भी भाजपा दामन थामा है। पूर्वा बर्दवान से टीएमसी सांसद सुनील मोंडल और पूर्व सांसद दसरथ टिर्की उन लोगों में शामिल हैं। विधायकों में, सुवेंदु अधिकारी, तापसी मोंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पंजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, सुकरा मुंडा, श्यामपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बनर्जी मैत्री जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि सुवेंदु नंदीग्राम आंदोलन के पोस्टर बॉय रहे हैं। इसी नंदीग्राम आंदोलन की ममता बनर्जी के 2011 में बंगाल की सत्ता पर काबिज होने में अहम भूमिका थी। गौरतलब है कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु ने पिछले महीने 27 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इसी सप्ताह बुधवार को उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके अगले दिन गुरुवार को उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देते हुए पूरी तरह पार्टी से नाता तोड़ लिया था।
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सुवेंदु का भाजपा में शामिल होना तृणमूल कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के बाद सुवेंदु सबसे बड़े जनाधार वाले नेता माने जाते थे। सुवेंदु के पिता व भाई भी सांसद हैं। अधिकारी परिवार का पूर्व मेदिनीपुर व आसपास के छह जिलों में काफी प्रभाव है। कम से कम उस इलाके में 60 से 65 विधानसभा सीटों पर अधिकारी परिवार का प्रभाव है।