राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए इस बार खिलाड़ियों और कोचों की फ़ौज

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published by saurabh

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नयी दिल्ली,(वार्ता): राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य अवार्ड और आजीवन ध्यानचंद पुरस्कार के लिए इस बार चयन समिति ने भारी संख्या में खिलाड़ियों और कोचों की सिफारिश की है जबकि पुरस्कारों के इतिहास में इतनी बड़ी संख्या पहले कभी देखी नहीं गयी थी। राजीव गांधी खेल रत्न के लिए रिकॉर्ड पांच खिलाड़ियों, अर्जुन पुरस्कार के लिए 29 खिलाड़ियों और द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए 13 कोचों के नामों की सिफारिश की गयी है। खेल मंत्रालय की 12 सदस्यीय अवार्ड समिति ने खेल रत्न के लिए पांच नामों की सिफारिश की है। इन पर अंतिम फैसला केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू को लेना है। इस समिति के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मुकुंदकम शर्मा थे। कमेटी के सदस्यों में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व हॉकी कप्तान सरदार सिंह, पैरालम्पिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक, पूर्व टेबल-टेनिस खिलाड़ी मोनालिसा बरुआ मेहता और मुक्केबाज वेंकटेशन देवराजन शामिल थे। भारत के सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा, स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट, टेबल टेनिस स्टार मणिका बत्रा, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और रियो पैरालम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता एथलीट मरियप्पन थंगावेलु के नाम की देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए सिफारिश की गयी है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार नियमों में खेल रत्न के लिए यह नियम है कि केवल ओलम्पिक वर्ष में एक से ज्यादा खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया जा सकता है और गैर ओलम्पिक वर्षों में एक खिलाड़ी को खेल रत्न दिया जाना चाहिए। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह परंपरा चल रही है कि एक से ज्यादा खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया जा रहा है। कोरोना के कारण पहली बार खेल मंत्रालय ने ऑनलाइन आवेदन मंगाए थे। इस साल राजीव गांधी खेल रत्न के लिए 42 आवेदन आए थे। खेल रत्न के लिए जनवरी 2016 से दिसंबर 2019 तक के प्रदर्शन पर विचार किया गया। हालांकि यह पहला मौका है जब पांच खिलाड़ियों के नाम की खेल रत्न के लिए सिफारिश की गयी है। इससे पहले 2016 के रियो ओलम्पिक के बाद चार खिलाड़ियों रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू, कांस्य विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक, चौथे स्थान पर रही जिम्नास्ट दीपा कर्माकर और निशानेबाज जीतू राय को खेल रत्न सम्मान दिया गया था।

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अर्जुन पुरस्कार के लिए भारतीय क्रिकेटर इशांत शर्मा और देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित हो चुकी महिला पहलवान साक्षी मलिक तथा महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू सहित 29 खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई है। आमतौर पर 15 से 20 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिए जाते है लेकिन समिति ने 29 नामों की भारी-भरकम सूची खेल मंत्रालय को भेजी है। अर्जुन अवॉर्ड के लिए 215 खिलाड़ियों ने नाम भेजे थे। यह भी दिलचस्प है कि समिति ने दो ऐसी खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना है जिन्हें पहले ही देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न दिया जा चुका है। साक्षी को 2016 में रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने के बाद खेल रत्न प्रदान किया गया था जबकि विश्व चैंपियन बनने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू को 2018 में भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली के साथ खेल रत्न दिया गया था। अब खेल मंत्री को यह देखना होगा कि खेल रत्न से सम्मानित खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिया जाए या नहीं। अनुभवी निशानेबाजी कोच जसपाल राणा सहित कुल 13 कोचों के नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए भेजे गए हैं जबकि 15 को मेजर ध्यानचंद आजीवन सम्मान के लिए चुना गया है। इस बार द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए 100 से ज्यादा आवेदन आए थे जबकि ध्यानचंद पुरस्कार के लिए 40 से ज्यादा नाम थे। पहले जहां पांच-छह कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते थे लेकिन इस बार यह संख्या 13 पहुंच गयी है।

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