Published By Anant Bhushan
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हो रहे इस वर्चुअल सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है। कोरोना काल में हो रहे इस सम्मेलन से दोनों देशों के आपसी संबंधों को एक नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
भारत-डेनमार्क द्विपक्षीय सम्मेलन में PM का संबोधन :
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-डेनमार्क द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ”कुछ महीने पहले फ़ोन पर हमारी बहुत productive बात हुई। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हम इस Virtual Summit के माध्यम से इन इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं।
पिछले कई महीनो की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे जैसे like-minded देशों का, जो एक rules-based, transparent, humanitarian और डेमोक्रेटिक value-system शेयर करते हैं, साथ मिल कर काम करना कितना आवश्यक है।
Covid-19 ने दिखाया है कि Global Supply Chains का किसी भी single source पर अत्यधिक निर्भर होना risky है। हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिल कर supply-chain diversification और resilience के लिए काम कर रहें हैं। अन्य like-minded देश भी इस प्रयत्न में जुड़ सकते हैं।
इस संदर्भ में मेरा मानना है कि हमारी Virtual Summit ना सिर्फ़ भारत-डेनमार्क संबंधों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी, बल्कि वैश्विक चुनौतियों के प्रति भी एक साझा approach बनाने में मदद करेगी।