घाघरा, राप्ती, शारदा उफान पर, ड्रोन से निगरानी

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published by saurabh

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लखनऊ(ST News): घाघरा,राप्ती और शारदा नदियों की बाढ़ से उत्तर प्रदेश में 20 जिलों के 800 से अधिक गांव प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी ड्रोन से की जा रही है। पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने रविवार को यहां पत्रकारों को बताया कि प्रदेश के 20 जिले अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, संतकबीरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़ तथा सीतापुर के 802 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। उन्होने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 283 बाढ़ शरणालय तथा 715 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। बाढ़ प्रभावित जिलों में ड्रोन एवं स्थलीय पेट्रोलिंग के माध्यम से 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिये गये हैं। वर्तमान में शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर, सरयू (घाघरा) नदी-एल्गिनब्रिज बाराबंकी और अयोध्या में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।
श्री राजभर ने बताया कि प्रदेश में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ की 15 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की सात टीमें तैनात की गयी है। 780 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। उन्होने बताया कि बलिया (तहसील-बैरिया) में सरयू (घाघरा) नदी के दायें तट पर स्थित बकुलहा संसार टोला तटबंध के किमी 4.125 के मध्य निर्मित टी-स्पर के नोज भाग के अपस्ट्रीम में स्लोप क्षतिग्रस्त हो गया है।

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कटान को रोकने के लिये सीमेंट की खारी बारी में ब्रिक रोड़ा भर कर गैवियान रोप में डालकर फ्लट फाईटिंग का कार्य कराया जा रहा है। कटान स्थल पर जीआई वायर क्रेट में बोल्डर डालकर कटर निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। बलिया में ही (तहसील-बैरिया) में सरयू (घाघरा) नदी के दांये तट पर स्थित कोटवा सुल्तानपुर रिंग बांध के किमी 0.400 से किमी 5.000 के मध्य स्थित ग्राम खादीपुर, कोटवा, सुल्तानपुर एवं ताहिरपुर जो बंधे से सटे हैं वहां घाघरा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण रिंग बांध में जगह-जगह सीपेज हो रही है एवं बंधे पर पानी के अत्यधिक दबाव चलते कटान हो रही है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के तौर पर 40,456 खाद्यान्न किट एवं 1,82,831 मी तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 253 मेडिकल टीम लगायी गयी है। प्रदेश में 178 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 6,10,688 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 1347 कुंतल भूसा वितरित किया गया है।

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