उपचुनाव में कांग्रेस एवं भाजपा में सीधे मुकाबले की संभावना

राजनीती

जयपुर। राजस्थान में आगामी तीस अक्टूबर को विधानसभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में नामांकन वापसी के बाद अब चुनावी गतिविधियां जोर पकड़ने लगी हैं और उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट पर सत्तारुढ़ कांग्रेस, प्रमुख विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) एवं एक निर्दलीय के बीच चतुष्कोणीय जबकि धरियावद सीट पर कांग्रेस एवं भाजपा में सीधा मुकाबला होने के आसार हैं।

बुधवार को नाम वापसी के बाद चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो गई और कांग्रेस के दबदबे वाली वल्लभनगर सीट पर नौ उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं और उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति गजेन्द्र शक्तावत, भाजपा के उम्मीदवार एवं नये चेहरे हिम्मत सिंह झाला, पूर्व विधायक एवं जनता सेना के निर्दलीय के रुप में प्रत्याशी रणधीर सिंह भींडर तथा गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे उदय लाल डांगी के इस बार रालोपा उम्मीदवार के रुप में चुनाव मैदान में हाेने से वल्लभनगर में मुकाबला चतुष्कोणीय नजर आने लगा है।

हालांकि भारत ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के सुख सम्पत बागड़ी मीणा तथा अन्य चार निर्दलीय भी चुनाव मैदान में अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। वल्लभनगर में कांग्रेस सात बार चुनाव जीत चुकी हैं और प्रीति शक्तावत उस परिवार से हैं जिसने इस क्षेत्र का आठ बार प्रतिनिधित्व किया हैं। श्रीमती प्रीति शक्तावत के ससुर गुलाब सिंह शक्तावत यहां से छह बार चुनाव जीता जिसमें पांच बार कांग्रेस एवं एक बार स्वतंत्र पार्टी से विजयी रहे जबकि उनके पति गजेन्द्र सिंह शक्तावत ने दो बार कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में क्षेत्र प्रतिनिधित्व किया।

श्री गजेन्द्र सिंह के निधन से यह सीट खाली होने पर कांग्रेस ने यहां सहानुभूति कार्ड का दांव खेलते हुए श्रीमती प्रीति शक्तावत को चुनाव मैदान में उतारकर अपना दबदबा कायम रखने का प्रयास किया हैं जबकि इस क्षेत्र का केवल एक बार प्रतिनिधित्व कर पाई भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए इस बार नये चेहरे हिम्मत सिंह झाला को अपना उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस को चुनौती पेश की है लेकिन गत विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रहे उदय लाल डांगी के इस बार पाला बदलकर रालोपा से एवं भाजपा एवं निर्दलीय के रुप में दो बार विधायक रह चुके रणधीर सिंह भींडर के उपचुनाव के मैदान में उतर जाने से मुकाबला रौचक बनने की संभावना है।