महामारी के चलते 3.1 लाख नये पीएनजी कनेक्शन

व्यापार

नयी दिल्ली। देश की अग्रणी गैस वितरक कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने वित्त वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी की तमाम दुश्वारियों के बावजूद रिकॉर्ड 3.1 लाख नये पीएनजी (पाइप्ड प्राकृतिक गैस) कनेक्शन उपलब्ध कराये हैं। आईजीएल के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने मंगलवार को 22 वीं वार्षिक आम बैठक में अपने संबोधन के दौरान शेयरधारकों को बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी की तमाम दुश्वारियों के बावजूद रिकॉर्ड 3.1 लाख नये पीएनजी कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं।
इस अवधि में 62 नये संपीडित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) स्टेशन स्थापित करने से कंपनी के कुल सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़कर 612 हो गई है। श्री सिंह ने बताया कि 2020-21 के कोविड प्रभावित वर्ष में आईजीएल का कुल कारोबार 5409 करोड़ रुपये का और पीएटी 1006 करोड़ रुपये का रहा। सहायक कंपनियों सेंट्रल यूपी गैस लिमिटेड (सीयूजीएल) और महाराष्ट्र नेचुरल गैस लिमिटेड (एमएनजीएल) के योगदान के बाद आईजीएल का समेकित पीएटी 1173 करोड़ रुपये का रहा है। साथ ही, 31 मार्च 2021 तक कंपनी की कुल संपत्ति 5800 करोड़ रुपये से अधिक थी।
उन्होंने कहा कि अनुकूल माहौल और सभी हितधारकों के निरंतर समर्थन के साथ आईजीएल के वित्त वर्ष 2021-22 में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। आईजीएल के अध्यक्ष ने कंपनी की भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया कि इसके तहत मौजूदा क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार शामिल है।
आईजीएल ने इलेक्ट्रिक वाहन खंड में प्रवेश किया है और चालू वित्त वर्ष के अंत तक दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए लगभग 50 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना है। उन्होंने शेयरधारकों को अंतरराज्यीय परिवहन में सीएनजी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लंबी दूरी की बसों में टाइप IV सिलेंडर के सफल उपयोग के बारे में भी बताया।
श्री सिंह ने कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद अपने ग्राहकों को निर्बाध गैस आपूर्ति बनाए रखने के लिए आईजीएल की प्रतिबद्धता दुहराते हुए शेयरधारकों को आश्वासन दिया कि आईजीएल अपने नेटवर्क के विकास और विस्तार के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि कि सीएनजी बनाम वैकल्पिक ईंधन के मूल्य अंतर, नए भौगोलिक क्षेत्रों में सीएनजी बुनियादी ढांचे के प्रसार और हरित गलियारों के निर्माण से सीएनजी व्यवसाय के विकास को बढ़ावा मिलता रहेगा। आईजीएल अध्यक्ष ने बताया कि आईजीएल एलएनजी-एलसीएनजी स्टेशन स्थापित करने, सीजीडी परियोजनाओं की स्थापना में परामर्श सेवाएं प्रदान करने, गैस मीटरों के निर्माण, घरेलू उपकरणों में प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ावा देने और नए व्यावसायिक रास्ते तलाशने की योजनाओं पर भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईजीएल अपने सभी ग्राहक कार्यों में प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर अपनी सेवाओं को उन्नत करने के लिए सचेत प्रयास कर रहा है।
श्री सिंह ने बताया कि आईजीएल ने पहली बार ग्राहकों की सुविधा के लिए सीएनजी देने के लिए मोबाइल रिफाइवलिंग यूनिट (एमआरयू) शुरू की है। उन्होंने स्वास्थ्य सुरक्षा और पर्यावरण के साथ-साथ कॉर्पोरेट-सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के क्षेत्रों में की गई पहलों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि कंपनी ने निदेशक मंडल की सिफारिश पर 180 प्रतिशत लाभांश को मंजूरी दी है।