यूपी पुलिस की गाइडलाइन से शिया समुदाय में आक्रोश

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लखनऊ! मोहर्रम के सिलसिले में यूपी पुलिस द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है जिस गाइडलाइन में मोहर्रम के सिलसिले में शिया समुदाय के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तिमाल किया गया है और उन बातों पर शिया समुदाए द्वारा एतराज जताया गया है

इसी सिलसिले में आज शाम इमामे जुमा लखनऊ वा वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यूपी पुलिस द्वारा जारी किए गए गाइड लाइन में जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह भाषा बहुत ही असहनशील और निंदनीय है गाइडलाइन को पढ़ने के बाद यह महसूस होता है कि इस गाइडलाइन के माध्यम से मोहर्रम जैसे पवित्र और शांतिपूर्ण त्यौहार को बदनाम करने की साजिश की गई है और प्रदेश मे अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है

मौलाना कल्बे जवाद ने अपने बयान में कहा कि मोहर्रम का त्यौहार का ग़म का त्यौहार है इस त्यौहार में कोई भी भाँग पीके गलत हरकते नहीं करता और ना ही इस त्यौहार मे किसी भी तरह की गौवंश की हत्या नहीं होती मेरा डीजीपी साहब से सवाल है के मोहर्रम मे आज तक कहा यौन अपराध हुआ उसका मुझे कोई प्रमाण दे. इस गाइडलाइन के माध्यम से उन्होंने समस्त शिया समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है मै प्रदेश भर के समस्त शिया सुन्नी तज़ियादारों से अपील करता हु की उनकी अमन कमेटीया पुलिस प्रशाशन द्वारा आयोजित मीटिंगो मे हिस्सा ना ले.
इसी सन्दर्भ मे मौलाना क्लबे जवाद द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस कल सुबह 11 बजे उनके निवास पर रखी गई है जिसमे वो उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी गाइडलाइन पर मीडिया से वार्ता करेंगे.