एस.वी. सिंह उजागर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा संघ के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार के नेतृत्व में भारत सरकार के पशुपालन आयुक्त डॉ प्रवीण मालिक से मुलाकात कर मेडिकल पैरिटी, टैगिंग के लिए कानून बनाने, झोलाछापों पर कार्यवाही कर खिचड़ी नस्लों के पैदा होने से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ब्रीडिंग एक्ट बनाने बनाने समेत कई विषयों पर वार्ता की। दिल्ली में पशुपालन आयुक्त भारत सरकार डॉ प्रवीण मलिक से मुलाकात के दौरान मीटिंग में कम्पलीट मेडिकल पैरिटी के प्रकरण पर केंद्रीय सरकार के स्तर से सशक्त हस्तक्षेप किये जाने पर सहमति बनी, भारत सरकार पोषित पशुपालन योजनाओं के संचालन में कार्मिकों की कमी को आउटसोर्सिंग द्वारा दूर करने पर भी विचार किया गया।
पशुपालन आयुक्त ने वार्ता के दौरान अवगत कराया गया कि एक वेक्सीनेटर एक दिन में केवल 35 टीका, 35 टैग, और उसकी ऑनलाइन फीडिंग ही कर सकता है। भारत सरकार सम्पूर्ण पशु चिकित्सा एवं पशुपालन कार्यों को डिजिटल स्वरूप में बदलने पर कार्य कर रही है जिससे 24 घण्टे पशुपालकों को उपयुक्त पशु चिकित्सा एवं सम्बन्धित सेवाएं प्राप्त हो सकें। संगठन के उपाध्यक्ष डॉ आशीष सिंह द्वारा फील्ड वेट्स की समस्याओं के निराकरण के लिए नीतिगत सुधारों की मांग की गई। मीटिंग चन्द्रलोक बिल्डिंग जनपथ निकट कनॉट प्लेस दिल्ली में पशुपालन आयुक्त कार्यालय में सम्पन्न हुई।
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