लोग समझने लगे हैं कि मोदी की कथनी और करनी में फर्क: गहलोत

राजनीती

उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश को गुमराह करने, महंगाई बढ़ने एवं माहौल अच्छा नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब लोग समझने लगे हैं कि इनकी कथनी और करनी में फर्क हैं। श्री गहलोत ने आज उदयपुर जिले के वल्लभनगर में विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रीति शक्तावत के समर्थन में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि श्री मोदी देश को गुमराह कर रहे हैं। मीडिया भी उनके दबाव में हैं। देश में जुल्म हो रहे हैं, लोकतंत्र खतरे में हैं।
उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने सत्तर साल में क्या किया, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बलिदान दिया और पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बंगलादेश बना दिया, वर्ष 1974 में पोकरण में परमाणु परीक्षण किया गया, सत्तर साल में लोकतंत्र बचा रहा, तभी तो आज श्री मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, यही तो लोकतंत्र हैं। लेकिन दो बार चुनाव जीत गए तो घमंड आ गया। लेकिन अब ग्रामीण लोग समझने लगे हैं कि श्री मोदी की कथनी एवं करनी में अंतर हैं।
उन्होंने कांग्रेस एवं भाजपा में रात और दिन का फर्क बताते हुए कहा कि इनकी विचारधारा, नीतियों आदि में फर्क हैं। कांग्रेस 36 कौंम को साथ लेकर चलती हैं। उन्होंने कहा कि किसान साल भर से काले कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, सत्तर साल में नहीं हुआ जो इस बार किसानों को दुख झेलना पड़ा हैं। उत्तर प्रदेश में किसान शांतिपूर्वक चल रहे थे कि उन पर गाड़ी चढा दी गई। ऐसा पहले कभी देखने को नहीं मिला। इसके बाद कांग्रेस नेता प्रियंका एवं राहुल गांधी पीड़ितों से मिलने जाये तो उन्हें रोक दो, यह विपक्ष का काम हैं और इससे फायदा ही होता है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल एवं रसोई गैस के दाम रोज बढ़ रहे है। केन्द्र सरकार इनके नाम पैसे कमाकर देश चला रही है, हर वस्तु महंगी हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वल्लभनगर से प्रीति शक्तावत को टिकट दिया गया हैं और अब सभी पार्टी के लोग एकजुट होकर काम करना हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी एकजुट हैं, खबरों पर मत जाना, अभी तो मोदी मीडिया हैं, मीडिया भी श्री मोदी के दबाव में हैं।
इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने भी केन्द्र सरकार पर महंगाई बढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी दुनियां में तेल की कीमतें कम हो रही हैं लेकिन हमारे देश में इनके दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री सबक सिखाने की बाते करते हैं और बाद में उनके बेटा किसानों को कुचल देता हैं और उसकी कोई गिरफ्तारी नहीं, यह लोकतंत्र हैं, क्या यह अहंकार नहीं है।