राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव के लिए सरगर्मी हुई तेज

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जयपुर। राजस्थान में उदयपुर जिले में वल्लभनगर एवं प्रतापगढ़ के धरियावद विधानसभा सीटों पर आगामी तीस अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने लगी हैं। मंगलवार को उपचुनाव की घोषणा के बाद इन दोनों जगहों पर चुनाव को लेकर सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा अन्य सक्रिय होने लगे हैं। हालांकि कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ही दल इस चुनाव की घोषणाा से पहले ही क्षेत्र में जाकर अपनी गतिविधियां शुरु कर दी थी। नामांकन प्रक्रिया के बाद चुनावी सरगिर्मयां और तेज होगी। राज्य में गत सत्रह अप्रैल को हुए तीन विधानसभा उपचुनाव में दो सीटे जीतकर तथा अपनी सरकार के वैश्विक महामारी कोरोना के समय में काम को लेकर कांग्रेस उत्साहित नजर आ रही हैं वहीं भाजपा कांग्रेस के शासन में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे के साथ संपूर्ण कर्जमाफी, बेराेजगारों को रोजगार एवं भत्ता आदि वायदों की पूर्ति नहीं करने को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में उनकी सरकार जनता के हित में काम कर रही हैं और उसके कोरोना जैसे संकट में अच्छे काम की बदौलत जनता इन दोनों विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस के साथ खड़ी मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां का कहना है कि राज्य में कांगेस के शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी हैं और आये दिन अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। किसान कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार अपने वायदे पर खरी नहीं उतरी।
इस कारण इस चुनाव में भाजपा इन मुद्दों के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। इन दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के अलावा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) तथा भारत ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के भी चुनाव मैदान में उतरने पर इसका असर दोनों पार्टियों पर पड़ सकता है। पिछले विधानसभा उपचुनाव में रालोपा के तीन जगहों में दो पर इसके उम्मीदवारों ने काफी दम दिखाया और सूजानगढ़ विधानसभा सीट पर रालोपा के उम्मीदवार सत्यनारायण नायक ने 32 हजार 210 मत हासिल किए जबकि सहाड़ा से रालोपा उम्मीदवार बद्री लाल जाट को 12 हजार 175 वोट मिले थे।