क्वींसलैंड। भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच एकमात्र डे नाईट मैच का काफ़ी समय से इंतज़ार रहा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैचों में भिड़ंत पिछली बार 2006 में हुई थी। वनडे सीरीज़ के रोमांच ने इन दो टीमों के बीच गोल्ड कोस्ट टेस्ट का उत्साह और बढ़ा दिया है और तो और यह महिला क्रिकेट इतिहास में केवल दूसरा डे-नाइट पिंक बॉल टेस्ट होगा।
भारत के लिए यह मैच ब्रिस्टल में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सम्मानजनक ड्रॉ के बाद इस साल का दूसरा टेस्ट होगा। वहीं एडिलेड में भारत के विरुद्ध टेस्ट के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट मैचों में इकलौती विपक्षी टीम रही है इंग्लैंड और उनके साथ 2019 एशेज़ के बाद कोई टेस्ट नहीं खेले गए हैं।
पिंक बॉल के साथ खेलने का नयापन दोनों टीमों के लिए एक चुनौती है हालांकि ऑस्ट्रेलिया में चार ऐसे खिलाड़ी हैं जो 2017 में नॉर्थ सिडनी ओवल टेस्ट का हिस्सा थीं। मल्टी फ़ॉर्मैट सीरीज़ में फ़िलहाल ऑस्ट्रेलिया 4-2 से आगे है। टेस्ट जीतने पर चार अंक उपलब्ध हैं और ऑस्ट्रेलिया यहीं पर इस सीरीज़ में अजेय बढ़त बनाना चाहेगा। मुख्य कोच मैथ्यू मॉट के अनुसार टीम “चार दिन का वनडे क्रिकेट” खेलना चाहती है।
पिछले डे-नाइट टेस्ट में एक सपाट पिच पर बड़े स्कोर के साथ ड्रॉ देखने को मिला था। वनडे सीरीज़ में झूलन गोस्वामी, मेघना सिंह, एलीस पेरी और तालिया मैक्ग्रा ने अच्छी स्विंग गेंदबाज़ी की थी और उम्मीद रहेगी एक रोमांचक मुक़ाबले की।
दोनों टीमों में ऑलराउंडर्स के चलते बल्लेबाज़ी में काफ़ी गहराई दिखी थी हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए रेचल हेंस का ना होना एक बड़ा धक्का ज़रूर है। इंग्लैंड के विरुद्ध स्मृति मंधाना और शेफ़ाली वर्मा के बीच पहली पारी में 167 रनों की साझेदारी देखने को मिली थी और शेफ़ाली ने डेब्यू पर 96 और 63 रन बनाए थे। लेकिन अनुभवी मिताली राज और हरमनप्रीत कौर ने कुल मिलाकर 18 रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया इसके बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जनवरी में टेस्ट खेलेगा लेकिन भारतीय टीम अगली बार कब टेस्ट खेलते दिखेगी यह अभी स्पष्ट नहीं हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लानिंग ने कहा, “उम्मीद है यह एक अवसर ना हो और आने वाले समय में हमें भारत में भी टेस्ट खेलने का मौक़ा मिलेगा।” टेस्ट क्रिकेट में एलीस पेरी बल्लेबाज़ी में 78 और गेंदबाज़ी में 18.19 का औसत रखती हैं। उनके पिछले तीन टेस्ट पारियां रही हैं 213 नाबाद, 116 और 76 नाबाद।