नयी दिल्ली। एग्रीटेक कंपनी एग्रीबाजार को अब महाराष्ट्र के साथ ही मध्य प्रदेश और राजस्थान के अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार की योजना बनायी गयी है। कंपनी ने इस खरीफ सीजन में अनुकूल संभावनाओं को देखते हुए अपने प्लेटफॉर्म पर कमोडिटी वॉल्यूम में लगभग दो-तिहाई कारोबार बढ़ने का लक्ष्य तय किया है। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि पहले चरण में मध्य प्रदेश के गुना जिले, राजस्थान के कोटा के लगभग 100 गांवों में एग्रीबाजार पहले से ही चल रहा है।
यह किसानों को एडवायजरी सर्विसेस प्रदान करने और उन्हें नए उपकरणों से लैस करने के साथ-साथ प्लेटफॉर्म पर और अधिक वस्तुओं को जोड़ने के लिए महाराष्ट्र में विस्तार करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में कंपनी के प्लेटफॉर्म पर लगभग सात लाख किसान और 35,000 व्यापारी/प्रोसेसर रजिस्टर्ड हैं। अब इसका लक्ष्य राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अपने फुटप्रिंट का विस्तार करना है ताकि अधिक व्यापारियों और प्रोसेसर को जोड़ा जा सके और अपने प्लेटफॉर्म पर नई कमोडिटी को पेश किया जा सके।
पिछले खरीफ सीजन में कंपनी ने लगभग 9,000 करोड़ रुपए के सकल व्यापारिक मूल्य के साथ लगभग 15 लाख टन कमोडिटी कारोबार किया। हालांकि, इस साल खरीफ फसल की पैदावार आशाजनक प्रतीत हो रही है क्योंकि अगस्त के मध्य से भारी बारिश हुई है। सोयाबीन और कपास में बम्पर फसल की संभावना है। कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ अमित अग्रवाल ने कहा, “एग्रीबाजार अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को मजबूत करने पर निवेश कर रहा है।
कृषि मंत्रालय के डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट भी बना रहा है। डिजिटल एग्री प्लेटफॉर्म में सॉल्युशन फसल की पहचान और आकलन के लिए हैं। इसके लिए हम रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं और किसानों को एडवायजरी सर्विसेस, कटाई के बाद की इंटेलिजेंस और मार्केट लिंक की सुविधा दे रहे हैं। हम दिसंबर तक अपने प्लेटफॉर्म पर कपास और जनवरी तक गुंटूर लाल मिर्च का कारोबार शुरू करने की भी योजना बना रहे हैं।”