परहेज ही प्रचंड गर्मी से निजात का तरीका: डॉ एस अहमद

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भीषण गर्मी से तापमान बढ़ने से मैदानी क्षेत्रों में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनने लगता है। इस वजह से समुद्र की ओर से आने वाली हवा बादल के साथ प्रवेश करती है। अनुकूल माहौल बनने पर जून के पहले सप्ताह में बारिश के आसार हैं।

सिंधु टाइम्स से विशेष बातचीत में डॉक्टर एस अहमद रॉयल हर्बल क्लिनिक ने बताया कि भीषण गर्मी पड़ रही है जिस वजह से आवाम को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रचंड गर्मी से बचने के लिए कुछ सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टर एस अहमद ने बताया कि इस मौसम में पानी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। जो व्यक्ति नॉर्मल 2 से 3 लीटर पानी पीता हो, उसे अब पांच लीटर या ज्यादा पानी पीना चाहिए।

डॉक्टर अहमद ने बताया कि सिर्फ पानी से काम नहीं चलने वाला बल्कि पानी में नमक और चीनी मिलाकर घोल बना लें और उसी को पिएं। इसके साथ ही खीरा, ककड़ी, खरबूजा, तरबूज का भरपूर सेवन करना चाहिए। कितना हो सके बाजार की चीजों से परहेज करें। फास्ट फूड से दूरी बनाकर रखें क्योंकि इससे ज्यादा दिक्कत हो सकती है।

उन्होंने बताया कि दोपहर में वक्त बहुत जरूरी न हो तो घरों से निकलने में परहेज करें। शर्ट फुल स्लीव की पहनें, सिर पर टोपी या घमछा का प्रयोग करें। इस गर्मी बच्चों का खास ख्याल रखें। अगर बच्चे स्कूल जाते हों तो पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि उनका भरपूर ख्याल रखें। डॉक्टर एस अहमद ने गर्मी से निजात पाने के कुछ उपाय बताए हैं;

पानी: दिन भर भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें। तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी जैसे जलयुक्त फल और नारियल पानी का सेवन करें।

कपड़े: ढीले-ढाले और हल्के रंग के सूती और फूल स्लीव के कपड़े पहनें। सिर पर हमेशा टोपी, गमछा या छाता रखें।

भोजन: हल्का और पौष्टिक भोजन खाएं। तली-भुनी और मसालेदार चीजों से भरपूर परहेज करें।

दोपहर में निकलना: बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें। सुबह जल्दी या शाम को देर से ही घर से बाहर निकलना ज्यादा बेहतर। अगर निकल जरूरी हो तो पूरी सावधानी बरतें।

गतिविधि: ज़्यादा शारीरिक गतिविधि न करें।

बुजुर्ग और बच्चे: इनका विशेष ध्यान रखें।

सेहत पर प्रभाव: तीव्र गर्मी से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हीट स्ट्रोक, लू लगना, डिहाइड्रेशन, थकान, सिरदर्द, पेट खराब जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए।