थोक मुद्रास्फीति मासिक आधार पर नरम, सितंबर में 10.66 प्रतिशत

व्यापार

नयी दिल्ली। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर इस वर्ष सितंबर माह में 10.6 प्रतिशत रही जो 0.07 प्रतिशत कम है। उद्योग संवर्धन आंतरिक व्यापार विभाग के आर्थिक सलाहकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार ईंधन और बिजली तथा विनिर्मित उत्पादों की मंहगाई के कारण थोक मुद्रास्फीति अब भी सालाना आधार पर ऊंची बनी हुई है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अगस्त में थोक मुद्रास्फीति 11.38 प्रतिशत और सितंबर 2020 में यह 1.32 प्रतिशत थी। सरकारी रिपोर्ट कहा गया है कि पिछले साल की तुलना में खनिज तेल, मूल्य धातुओं, खाद्य उत्पादों, कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस रासायनिक उत्पादों के थोक भाव ऊंचे होने का कारण मुद्रास्फीति का दवाब बना हुआ है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष सितंबर माह में ईंधन और बिजली वर्ग के उत्पादों का मूल्य स्तर सालाना आधार पर 24.81 प्रतिशत ऊंचा रहा। इसी तरह विनिर्मित उत्पादों के वर्ग में थोक मूल्यों के आधार पर मंहगाई दर 11.41 प्रतिशत रही। इसी दौरान खाद्य वर्ग में थोक मुद्रास्फीति 1.14 प्रतिशत रही जो इस साल अगस्त में 3.43 प्रतिशत थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार सितंबर में प्राथमिक उत्पादों की थोक मुद्रास्फीति 4.10 प्रतिशत रही जो अगस्त माह के 6.20 प्रतिशत से कम है।