बाकू। अजरबैजान और ईरान के विदेश मंत्रियों, जेहुन बायरामोव और होसेन अमीर अब्दुलाहियन ने टेलीफोन पर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की। यह चर्चा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में देखी गई बयानबाजी दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों के स्तर के अनुरूप नहीं रही है। सितंबर के मध्य में ईरान और अजरबैजान के बीच तनाव बढ़ गया। ईरानी अधिकारियों को संदेह है कि अज़रबैजान ईरान के क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी, इज़राइल के साथ घनिष्ठ सहयोग कर रहा है।
ईरान ने इज़राइल पर अज़रबैजान के माध्यम से ईरानी सीमाओं के करीब जाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नागोर्नो-कराबाख की स्थिति का लाभ उठाने की कोशिश किया जा रहा है, साथ ही साथ बाकू और तेहरान के बीच संबंधों में तनाव को बढ़ावा दिया गया। अज़रबैजानी विदेश मंत्रालय कहा,“मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच संबंधों की वर्तमान स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। पार्टियों ने नोट किया कि हाल ही में देखी गई बयानबाजी हमारे देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के स्तर के अनुरूप नहीं है और सभी असहमति को बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।”