‘जलवायु परिवर्तन को लेकर अपनी भूमिका निभाएं विकसित देश’

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ग्लासगो/नयी दिल्ली। बेसिक ग्रुप ऑफ कंट्रीज का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन ने बुधवार को कहा कि विकास की जबरदस्त चुनौतियों और गरीबी उन्मूलन के दबावों के बावजूद इन देशों ने जलवायु परिवर्तन को लेकर प्रत्यक्ष रूप से नेतृत्व किया है। अब विकसित देशों से अपेक्षा करते हैं कि वे इस मुद्दे पर नेतृत्व करें और एक समान प्रगति के साथ प्रतिक्रिया दें। बेसिक देशों के मंत्रियों ने कहा कि कोप26 शिखर सम्मेलन में व्यक्त की गई सकारात्मक भावनाओं को अब कार्रवाई में परिवर्तित किया जाना चाहिए और औपचारिक जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) प्रक्रिया में बातचीत की स्थिति को प्रभावित करना चाहिए।

इस बैठक की अध्यक्षता भारत के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने की और इसमें ब्राजील के पर्यावरण मंत्री जोआकिम लेइट, जलवायु परिवर्तन के लिए चीन के विशेष दूत झी झेंहुआ, चीन के चीन के पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्रालय में उपमंत्री झाओ यिंगमिन और दक्षिण अफ्रीका के वानिकी, मत्स्य पालन एवं पर्यावरण मंत्री बारबरा क्रीसी शामिल हुए।

इस दौरान सभी पक्षों ने अपने देश के नेतृत्व द्वारा घोषित जलवायु कार्रवाइयों पर प्रकाश डाला। साथ ही मंत्रियों ने विकसित देशों द्वारा प्रदान किया गया जलवायु वित्त 2020 तक प्रति वर्ष 100 अरब अमेरिकी डालर की प्रतिबद्धता से कम होने चिंता व्यक्त की और कहा कि यह वित्त एकतरफा शर्त और पात्रता मानदंड के साथ-साथ अनुदान के बजाय ऋण के रूप में प्रदान किये जाने से कर्ज का संकट गहरा गया है।