चेन्नई। चेन्नई और उसके आसपास के जिलों, तटीय इलाकों और डेल्टा जिलों के कुछ हिस्सों में अत्यधिक बारिश होने के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। गुरुवार को बंगाल खाड़ी के ऊपर 21 किमी प्रति घंटे की गति के साथ दवाब बना जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और यह चेन्नई से लगभग 170 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व तथा पुड्डुचेरी से 170 किमी पूर्व में बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर केंद्रित है।
मौसम विज्ञान ने कहा कि यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रहेगा और आज शाम चेन्नई के आसपास उत्तरी तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करेगा। दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर 13 नवंबर को एक निम्न दबाव क्षेत्र के बनने की उम्मीद है, जिसके अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं। निम्न दबाव क्षेत्र के गहरे दवाब में तब्दील होने की उम्मीद जताई जा रही और मौसम विभाग ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट, वेल्लोर, सेलम, कल्लाकुरिची, तिरुपत्तूर और तिरुवन्नामलाई जिलों के लिए अत्यधिक भारी बारिश होने के लिए रेड अलर्ट जारीकिया है। उन्होंने बताया कि एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
विभाग ने कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, कुड्डालोर, धर्मपुरी और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित 11 जिलों में भी भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इस दौरान मछुआरों को दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर न जाने की सलाह दी गई है।