जयपुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई नेताओं ने आदिवासी नेता एवं स्वतंत्रता सेेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर आज उन्हें याद किया। इस अवसर पर श्री गहलोत ने उन्हें याद करते हुए कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ एक आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी निडरता, प्रतिबद्धता और योगदान हमेशा प्रेरणास्रोत रहेगा। इसी तरह डा जोशी ने बिरसा मुंडा को नमन करते हुए कहा कि वह जल, जमीन, जंगल के लिए लड़ाई लड़ने वाले महान क्रान्तिकारी थे। जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर डा पूनियां ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन करते हुए कहा कि महान आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
इस अवसर पर श्रीमती राजे ने भी भगवान बिरसा मुंडा, शंकर शाह, रघुनाथ शाह, खाज्या नायक, सीताराम कंवर, भीमा नायक, रघुनाथ सिंह मंडलोई, सुरेन्द्र साय, टंट्या भील, मंशु ओझा, रानी दुर्गावती, टुरिया शहीद मुड्डे बाई सहित समस्त जनजातीय महापुरुषों को नमन किया। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भगवान बिरसा मुंडा का स्मरण करते हुए उन्हें परम् साहसी, समाज हितैषी, त्यागी एवं बलिदानी बताया और कहा कि केन्द्र की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दिखाए मार्ग पर चलते हुए मोदी सरकार जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण, उनके सम्मान, अधिकार और उनके लिए नए अवसर सुनिश्चित कर रही है तथा बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया गया।
उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने जननायक बिरसा मुंडा को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज मुखर कर आदिवासियों को सशक्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और आदिवासी एवं वनवासी समाज के उत्थान के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल तथा अन्य कई नेताओं ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया। उल्लेखनीय है कि हाल में केन्द्र सरकार ने बिरसा मुंडा जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया हैं।