गठबंधन पर चर्चा के लिये अखिलेश से मिले संजय और कृष्णा

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी (सपा) ने छोटे दलों से गठबंधन करने की कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के क्रम में बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह और अपना दल (कृष्णा गुट) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल से मुलाकात की। यहां स्थित लोहिया ट्रस्ट में सपा के कैंप कार्यालय में अखिलेश के साथ मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने जल्द अंतिम परिझााम की घोषणा किये जाने की बात कही। अखिलेश से मिलने के बाद संजय सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में सार्थक चर्चा हुयी।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश को भाजपा के कुशासन से मुक्त करने के लिये एक कॉमन एजेंडे पर बातचीत हुयी। उल्लेखनीय है कि आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रभारी भी हैं। सीटों के बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी बातचीत शुरु हुयी है, आगे अभी बातचीत जारी रहेगी तब सीटों के बारे में कोई फैसला होगा। वहीं, पटेल ने हा कि उनकी पार्टी सपा के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे पर जल्द फैसला कर गठबंधन के सभी दलों के नेता एक मंच पर आकर गठबंधन के स्वरूप की घोषणा करेंगे।

उल्लेखनीय है कि पटेल प्रतापगढ़ सदर सीट से खुद चुनाव लड़ना चाहती हैं। इस बीच सपा सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की शहरी सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है। इसके लिये संजय सिंह ने लगभग दो दर्जन सीटों की सूची सौंपी है जिन पर आप ने मजबूती से चुनाव लड़ने का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि सपा के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के गठबंधन की रूपरेखा तय कर ली गयी है। सूत्रों के अनुसार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच मंगलवार को हुयी कई दौर की बैठक में रालोद को 36 सीट देने पर सहमति बन गयी है।

इनमें से 8 सीटों पर रालोद के उम्मीदवार सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे। जबकि 28 सीटों पर रालोद के चुनाव चिन्ह पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। रालोद ने गठबंधन के तहत सपा से 50 सीटों की मांग की थी। फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चरथावाल सीट सहित तीन सीटों पर उम्मीदवार को लेकर पेंच फंसा है। चरथावाल सीट पर जयंत खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि सपा हाल ही में भाजपा से छोड़कर पार्टी में शामिल हुये हरेन्द्र मलिक को इस सीट से उतारना चाहती है।